लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष विभाग के तहत प्रदेश के 13 राजकीय मेडिकल कालेजों के 1379 एलोपैथी शिक्षकों, आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सा अधिकारियों को स्थायी कर दिया है।
राज्य की अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष डा0 अनिता भटनागर जैन ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रथम बार 1379 चिकित्सा शिक्षकोंएआयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारियों के स्थायीकरण आदेश दिये गये हैं। जिनमें 418 एलोपैथिक चिकित्सा शिक्षकए 866 आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारीए 70 यूनानी चिकित्साधिकारीए 25 यूनानी चिकित्सा शिक्षक सम्मिलित है, इनमें 1980 से नियुक्त चिकित्साधिकारी भी शामिल हैं।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के राजकीय यूनानी मेडिकल कालेजों में कार्यरत दो शिक्षकों एवं 11 यूनानी चिकित्साधिकारियों, कुल 13 अधिकारियों को इस व्यवस्था के अनुरूप ए0सी0पी0 का लाभ दिये जाने सम्बन्धी आदेश भी जारी कर दिये गये हैं। वर्ष.2008 में सेवानिवृत्त 92 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को भी ए सी पी का लाभ अनुमन्य किया गया एवं बड़ी संख्या में होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियाें को ए सी पी दिये जाने के सम्बन्ध में कार्रवाई की जा रही है।
विभाग में पहली बार 13 मेडिकल कालेज, कानपुर,आगरा, इलाहाबाद, मेरठ, गोरखपुर, झांसी, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, जालौन, कन्नौज, बांदा. सहारनपुर, बंदायू एवं 02 एलोपैथी चिकित्सा संस्थानों ;हृदय रोग संस्थान व जे0के0 कैंसर संस्थान, कानपुर, 02 राजकीय यूनानी मेडिकल कालेजों के यूनानी चिकित्सा शिक्षकोंए यूनानी चिकित्साधिकारियों एवं आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को प्रदेश में प्रथम बार स्थायीकरण किया गया।
उन्होंने बताया कि 1379 चिकित्साधिकारियों का स्थायीकरण के अलावा 105 चिकित्साधिकारियों को ए0सी0पी0 का लाभ व 35 चिकित्साधिकारियों की पदोन्नति देते हुए कुल 1519 चिकित्साधिकारी लाभान्वित किये गये हैं।