इलाहाबाद, मंत्री, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यागंजन सशक्तीकरण विभाग उ.प्र. ओम प्रकाश राजभर ने सरकिट हाउस सभागार में आज बताया कि पिछडे वर्ग के लोगों एवं दिव्यागंजनों की भलाई के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे है। जिसके क्रम में पिछड़ी जाति के लोगों को स्वालम्बित बनाने के लिए योजनाएं चलायी जा रही है जिससे उन्हें रोजगार मिल सके। उन्होंने बताया कि दिव्यागंजनों को शादी अनुदान के तहत अब 3500 रूपये दिये जा रहे है। एवं दिव्यांगजन अपना जीवनपार्जन कर सके इसके लिए दुकानों हेतु ऋण देने की सीमा 30,000 से बढ़ा कर एक लाख कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को भी किसानों के भांति लिये गये कर्ज माफी के लिए प्रयास किये जा रहे है।
मंत्री ने कहा कि दिव्यागंजनों को परिवहन की बस में अब सिर्फ प्रदेश में ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में निशुल्क यात्रा कर सकेंगे। इस यात्रा में बस चालक या कंडेक्टर द्वारा कोई भी अनुचित व्यवहार या बस में बैठने से मना किया जाता है तो उनके विरूद्ध ठोस कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि दिव्यागंता पहचान पत्र अब तहसीलों में न बनकर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, प्रधानों, जनप्रतिनिधियों, एमएलए के माध्यम से बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा आमजन के भांति दिव्यागंजनों को भी खेलकूद में सभी सुविधायों दी जायेगी एवं अच्छा प्रदर्शन करने पर उन्हें सम्मानित भी किया जायेगा।
मंत्री ने कहा कि दिव्यांग महिलाओं को स्वालंबन बनाने के लिए उन्हे सिलाई मशीन देकर उन्हे प्रशिक्षित भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में दिव्यागंजनों को किसी भी समस्या या जानकारी के लिए एक टोल फ्री नम्बर भी लांच किया जायेगा।