चन्दौली, किसान नेता राकेश टिकैत अपने पूर्वांचल दौरे के मद्देनजर मंगलवार को यहां पहुंचकर किसान मजदूर महापंचायत को संबोधित किया, साथ ही सभी किसानों से 26 नवंबर को लखनऊ पहुँचने का आह्वान किया।
राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को तानाशाह बताते हुए किसानों और आमजनमानस को आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंंने इसे इसे आजादी की लड़ाई करार दिया। इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) का एक दल विधायक प्रभुनारायण यादव के लिए नेतृत्व में इस महापंचायत के समर्थन में शामिल हुआ।
किसान नेता ने कहा कि इन दिनों धान की खरीद कहां हो रही हैं। यदि एमएसपी कानून होता तो किसानों को लाभ होता। बड़ा व्यापारी किसानों का नुकसान कर रहा है और सरकार उनका साथ दे रही है। उन्होंने कहा कि चंदौली सहित आसपास का धान रामपुर और मुरादाबाद में बिकता है। उन्होंने कहा कि एक ही जिले में 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला हमने प्रेस के माध्यम से उजागर किया है। किसान इससे बचे, आंदोलन करें और अपनी फसलों को बचाये।
किसान नेता ने किसानों और नौजवानों के लिए उप्र सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के दावे को सिरे से नकारते हुए कहा कि नौजवानों के लिए अग्निवीर लेकर आए हैं, कोई सांसद-विधायक या उनके परिवार के लोग अग्निवीर बन के दिखाए। उन्होंने सरकार से मांग की अगर किसानों के लिए काम करने का दावा कर रहे है, तो इनकी बिजली पानी फ्री करा दें, नहर में पानी दिला दें, गन्ने का भुगतान कर दें, उनका धान आलू बिकवा दे। क्या यह सरकार किसानों के लिए खेतों में मीटर लगवाकर फ्री बिजली देने का काम कर रही है।
गुजरात और हिमाचल चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जीत के दावे पर राकेश टिकैत ने चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा विपक्ष को खत्म कर रही है। उन्होंने कहा कि उप्र चुनाव में नजदीकी अंतर से हारने के बावजूद कोई शिकायत नहीं कर सका। जिसने शिकायत की उसे भाजपा में उन्हें शामिल करना पड़ा।
श्री टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात मॉडल पर बोलते हुए कहा कि गुजरात में इतने दंगे और दहशत फैलाई गई कि वहां पर कोई अपनी आवाज उठाने को तैयार नहीं है। दहशतगर्दी का माहौल अगर देखना है, तो गुजरात में जाकर देखिए। वहां पुलिस भी प्राइवेट है। गुजरात से एक भी व्यक्ति किसान आंदोलन में नहीं पहुँच सका, क्योंकि वहां लोगों पर पहरा लगा है। कोई व्यक्ति यदि किसान आंदोलन में पहुँच जाता तो गांव की सरपंची और थानेदारी चली जाएगी। उन्होंने कहा कि गुजरात बंधन में है और उसे मुक्ति दिलवानी है। वहां कोई आवाज उठाने को तैयार नहीं है.
वहीं खतौली विधायक की सदस्यता जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा दिखावा कर रही है, ताकि कोई उनपर सवाल न उठाए। उन्होंने गुजरात के मोरबी हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ होनेवाला नहीं है। कलम और कैमरे पर बंदूक का पहरा है।
इसके अलावा किसान नेता ने 2024 की रणनीति पर कहा कि हम जनता के बीच जाकर किसानों की बात रख रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि विपक्षी पार्टियां अपना ध्यान रखें। साथ ही किसानों से आंदोलन के लिए खुद तैयार रहने और ट्रैक्टर तैयार रखने का आह्वान किया।