नयी दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्यौच्छावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री सिंह के साथ रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने भी युद्ध स्मारक पर देश के जांबाज शहीदों की याद में श्रद्धा सुमन भेंट किये।
श्री सिंह और श्री भट्ट अब से कुछ देर पहले राष्ट्रीय समर स्मारक पहुंचे और शहीदों को नमन किया। रक्षा मंत्री ने टि्वट कर कहा, “ कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं भारतीय सेना के अदम्य शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूँ।” इस मौके पर अपने संदेश में उन्होंने कहा, “ कारगिल युद्ध के महान शूरवीरों ने भारत की रक्षा का स्वर्णिम अध्याय अपने शौर्य, पराक्रम और बलिदान से लिखा है। कठिन और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारतीय सेना ने कारगिल में जो विजय प्राप्त की वह अपने आप में अतुलनीय है। मैं कारगिल युद्ध में वीरगति प्राप्त करने वाले सभी वीर सैनिकों के परिवारों को फिर से यह भरोसा देना चाहता हूं कि यह देश उनके बलिदान , उनकी स्मृति को कभी नहीं भूल सकता। दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक हमारी इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है। अमर चक्र पर जल रही अमर ज्योति भारतीय सेना के पराक्रम और बलिदान की अग्नि साक्षी है। ”
रक्षा मंत्री से पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार तथा अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
कारगिल विजय दिवस 1999 की कारगिल लड़ाई में शहीद हुए देश के रणबांकुरो के सम्मान में हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन हर भारतीय के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। भारत के जांबाज रणबांकुरों ने इस दिन कारगिल की चोटियों पर डेरा जमाए बैठे घुसपैठियों और पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ा था। करीब दो महीने तक चले संघर्ष में भारतीय सेनाओं नेे शानदार जीत हासिल की थी।