राजा भैय्या ने कहा मैं हूं इसका विरोधी

प्रतापगढ़,  उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवं कुंडा क्षेत्र के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या ने कहा है कि मैं आरक्षण एवं दलित विरोधी नहीं होकर एस सी एस टी एक्ट को जटिल बनाये जाने का विरोधी हुं।  राजा भैय्या ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि एस सी एस टी एक्ट में किये गये संशोधन से समाज में बिखराव की स्थिति बन रही हैए इसे रोकना है।

उन्होंने कहा कि आरक्षण के आधार पर बने सरकारी अधिकारियों को आरक्षण से बाहर होना चाहिए और अब इसका लाभ निचले स्तर के लोगों को मिलना चाहिए तथा पदोन्नति वरिष्ठता के आधर दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि दुर्घटना एहत्या बलात्कार के मामलों में अपराध पीड़ित सभी जाति के लोगों को समान रूप से आर्थिक सहायता दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि मुझे सरकार बनाने का अवसर मिला तो कारगिल के शहीदों की तरह अब तक के अन्य शहीद सैनिकों तथा अर्धसैनिक बल के शहीदों के परिजनों को सहायता दूँगा।

उन्होंने कहा कि आगामी 30 नवम्बर को लखनऊ के रमाबाई पार्क के मैदान की रैली में जनसत्ता पार्टी की घोषणा की जायगी और बाद में पार्टी की आमसहमति से घोषणा पत्र जारी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि रैली में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के अलावा एमहाराष्ट्र ए पंजाब ए हरियाणाए उत्तरा खण्ड एमध्य प्रदेश बिहार एपश्चिम बंगाल एराजस्थान एसहित देश के अन्य हिस्सों के लोग शामिल हो रहे है। उन्होंने अपने आवास पर आये लोगो से आगामी 30 नवम्बर को लखनऊ पहुंचकर रैली को सफल बनाने की अपील की ।

उन्होंने बताया कि हमने सर्वे कराया था जिसमे 80 प्रतिशत लोगों ने नयी पार्टी बनाने के लिये अपना मत व्यक्त किया है। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी आगामी लोक सभा चुनाव में अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरेगी और जहाँ तक गठबंधन की बात है अगर कोई दल हमारे मुद्दों पर सहमत होगा तो उसके साथ विचार विमर्श किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण या तो अदालत के निर्णय या आम सहमति से होना चाहिये। उन्होंने कहा कि आरक्षण आर्थिक आधार पर होना चाहिये और इसके लिये आम सहमति की जरूरत है।

Related Articles

Back to top button