लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने दो दिवसीय गोरखपुर भ्रमण कार्यक्रम में मंगलवार को दूसरे दिन जनपद के विकास खण्ड जंगल धूसड़ के आंगनबाडी केन्द्र बड़ी रेतवहिया का निरीक्षण कर 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को आंगनबाड़ी किट का वितरण किया।
राज्यपाल आनंदीबेन ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्राें की सभी गतिविधियाँ शत-प्रतिशत संचालित हों। आंगनबाड़ी कार्यकत्री गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिये लगातार जागरूक करें, उन्हें यह भी समझाएं की प्रसव के एक घन्टे के भीतर बच्चों को माँ का दूध जरूर पिलायें क्याेंकि माँ का दूध नवजात बच्चाें के लिये अमृत के समान होता है।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिये पोषण माह का अभियान चलाना पड़ता है, यदि महिलाएं तथा आमजन लोग जागरूक हो जायें तो पोषण अभियान चलाने की आवश्यकता ही नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इसमें आंगनबाड़ी कार्यकत्री महत्वपूर्ण भूमिका का निवार्हन कर सकती है। उन्हाेंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों से मिलने वाले पुष्टाहार सेे गर्म भोजन बनाकर कुपोषित बच्चाें को खिलाकर उनके कुपोषण को खत्म किया जा सकता है। इसके लिये भी महिलाओं को जागरूक करना होगा।
कार्यक्रम में बच्चों की शिक्षा पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की, जिसमें मातृभाषा में शिक्षण पर भी जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कक्षा एक से पांचवीं तक बच्चों की शिक्षा मातृ-भाषा में हो, क्याेंकि ये अवस्था संस्कार और स्वास्थ्य के लिये महत्वपूर्ण है। बच्चों के स्वस्थ विकास के लिए समय-समय पर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चाें के स्वास्थ्य की जांच भी हो। उन्हाेंने कहा कि हम सभी का प्रयास यह भी हो कि योगा सहित अन्य गतिविधियों को भी केन्द्रों पर सिखाया जाये। जिससे की बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। आंगनबाड़ी केन्द्र पर राज्यपाल जी ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम का अवलोकन किया और उनका उत्साहवर्द्धन किया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यक्रम में बाल विकास विभाग के कार्यों के बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री कृष्णा करूणेश, एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर सहित विभिन्न अधिकारी गण उपस्थित रहे।