लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन स्थित यूपी गवर्नर कैम्प उप डाकघर में ‘‘डाक टिकटों के आइने में उत्तर प्रदेश‘‘ की थीम पर आधारित डाक टिकट दीर्घा का लोकार्पण किया। यह दीर्घा उत्तर प्रदेश की कला, संस्कृति, साहित्य सहित स्वतंत्रता आंदोलन और राजनीतिक सफर को रेखांकित करती हुई निर्मित की गई है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने राजभवन पर आधारित एक विशेष पिक्टोरियल कैंसिलेशन स्टाम्प का शुभारम्भ भी किया। इसके साथ ही राज्यपाल ने राजभवन के दर्शनीय विशेष स्थलों के चित्र पोस्ट कार्डों का अनावरण भी किया।
स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने क्रम में उत्तर प्रदेश के इस ऐतिहासिक ‘‘राजभवन‘‘ में इस दीर्घा का निर्माण किया गया है। ‘‘डाक टिकट के आईने में उत्तर प्रदेश‘‘ विषयक यह डाक टिकट दीर्घा उत्तर प्रदेश की एक जीवंत झांकी प्रस्तुत करती है।
उल्लेखनीय है कि डाक विभाग द्वारा केवल ‘‘राजभवन‘‘ के लिए ही एक यूनिक पिनकोड 226027 जारी है, यह पिनकोड किसी ऐतिहासिक भवन के लिए जारी किये जाने वाला देश का पहला पिन कोड है।
इस दीर्घा में उत्तर प्रदेश की प्रसिद्ध और ऐतिहासिक इमारतों, शैक्षणिक संस्थाओं, उत्तर प्रदेश के राज्यपालों, उत्तर प्रदेश से देश के प्रधानमंत्रियों, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, क्रान्तिकारी युग, स्वतंत्रता संग्राम में उत्तर प्रदेश की महिला शक्तियों, रामायण, हिंदी साहित्य के गद्य और पद्य विधाओं में विशेष योगदान देने वाले उत्तर प्रदेश के साहित्यकारों, उत्तर प्रदेश के भक्ति मार्गी कवियों, देश और दुनिया में उर्दू के हवाले से नाम करने वाले उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध शायरों, उत्तर प्रदेश के राजकीय प्रतीकों और कलाओं आदि पर सयम-समय पर जारी डाक टिकटों और विशेष आवरणों के संकलन को दर्शाया गया है।
इसके अतिरिक्त डाक विभाग के आज तक के सफर को काल क्रम के रूप में सभी महत्वपूर्ण पड़ावों के साथ एक विशेष वाल में दर्शाया गया है। इस वाल में कालांतर में डाक विभाग की कार्य शैली और विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं और उत्पादों के बारे में भी बताया गया है।
लोकार्पण समारोह में डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने राज्यपाल को ‘‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट‘‘ से सम्बन्धित एक विशेष एल्बम भेंट की। इस एल्बम में उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले के प्रसिद्ध कृषि उत्पाद, हैण्डीक्राफ्ट तथा अन्य उत्पादों का विवरण दर्शाया गया है। राज्यपाल ने दीर्घा में प्रदर्शित सभी डाक प्रदर्शों का अवलोकन कर सम्बन्धित अधिकारियों से उनके विवरण की जानकारी भी ली।
उन्होंने इस अवसर पर डाक विभाग के अधिकारियों से कहा कि मानव सभ्यता के विकास के साथ संदेश संचार के माध्यमों से लेकर अब तक क्रमिक विकास को दर्शाने वाला विवरण भी संकलित किया जाए। इस क्रम में उन्होंने प्राचीन काल में ध्वनि, वायु, पक्षियों आदि के माध्यम से संदेश प्रसार की चर्चा भी की।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेष सचिव राज्यपाल बी0एन0 सिंह, चीफ पोस्टमास्टर जनरल बी0 सेल्वाकुमार, पोस्टमास्टर जनरल विवेक कुमार दक्ष, डायरेक्टर पोस्टल सर्विस आनंद कुमार सिंह सहित राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी तथा डाक विभाग के समस्त सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।