अयोध्या, अयोध्या में बहुप्रतीक्षित रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही पर्यटकों के लिये सरयू नदी में क्रूज और हाउस बोट की सुविधा भी शुरू किये जाने की तैयारी है।
अधिकृत सूत्रों ने शनिवार को बताया कि जनवरी 2024 में जहां रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, वहीं इससे पहले सरयू में वाराणसी की तरह क्रूज और हाउस बोट की सुविधा भी प्रारंभ हो जाएगी। पहला क्रूज अक्टूबर जबकि दो क्रूज और हाउस बोट जनवरी तक सरयू में उतर जाएंगे।
उन्होने बताया कि पवित्र पावनी सरयू नदी में क्रूज (कनक व पुष्पक) का आनंद उठाने के लिए अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा। समय से हाउस बोट व क्रूज का निर्माण पूरा हो जाएगा। दीपोत्सव पर क्रूज व हाउस बोट से सरयू नदी की जलधारा में जल विहार करने का अवसर मिलेगा। रामनगरी की पवित्र पावनी सरयू नदी में कनक और पुष्पक ( हाउस बोट और क्रूज का नाम) भी जल विहार कराकर पर्यटकों को लुभाएंगे। रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के साथ रामनगरी वैश्विक पर्यटन के सर्किट में स्थापित हो रही है।
अयोध्या क्रूज लाइंस के अलावा अलकनंदा क्रूज लाइंस भी सरयू में क्रूज चलाने की तैयारी में है। यह कंपनी अभी वाराणसी में क्रूज चला रही है। अलकनंदा के क्रूज का निर्माण अयोध्या में शुरू हो चुका है। कंपनी के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि सरयू में जो क्रूज चलाया जाएगा, वह वाराणसी में चलने वाले क्रूज से अलग होगा। इस डबल डेकर क्रूज में और एडवांस टेक्नोलोजी का इस्तेमाल किया जाएगा। यह अक्टूबर तक तैयार हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि गुप्तार घाट के कवर्ड शेड में लग्जरी क्रूज का निर्माण किया जा रहा है। इसकी लागत 11 करोड़ है। लंबाई 25 मीटर और चौड़ाई 8.3 मीटर होगी। सरयू में प्रदूषण न हो, इसके लिए सौर ऊर्जा से इसका संचालन किया जाएगा। क्रूज में पहले तल में 100 पर्यटकों के बैठने का इंतजाम होगा। ऊपर का तल पूरी तरह खाली होगा, जहां श्रद्धालु खड़े होकर सरयू विहार का आनंद ले सकेंगे।
अयोध्या के सरयू नदी में चलने वाले कनक बोट का निर्माण केरल राज्य के कोच्चि में कराया जा रहा है। क्रूज पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। क्रूज का निर्माण फाइवर मैटेरियल से किया जाएगा। क्रूज में डिजिटल स्क्रीन लगाए जाएंगे। इसमें पर्यटक अयोध्या को और करीब से जान सकेंगे। रामायण पर आधारित वीडियो इसमें चलाएं जाएंगे। क्रूज पूरी तरह एयरकंडीशन होगा। इस पर मनचाहे व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। क्रूज को गुप्तार से नया घाट के बीच चलाया जाएगा। इसकी दूरी करीब 10 किमी. है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार 32 हजार करोड़ की विकास योजनाओं के साथ अयोध्या को सांस्कृतिक नगरी के रूप में विकसित कर रही है। गुप्तारघाट से नयाघाट तक करीब नौ किलोमीटर लंबे सरयू नदी के दायरे में जल विहार की व्यवस्था की जा रही है।पहले राम मंदिर निर्माण के साथ एक जनवरी तक सरयू में जल विहार की व्यवस्था का लक्ष्य तैयार किया गया था।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरपी यादव ने बताया कि नयाघाट के चौधरी चरण सिंह पार्क के पास पर्यटन विभाग की जमीन अयोध्या क्रूज लाइंस को दी जाएगी। वहां क्रूज के लिए आधुनिक प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने में यह योजना कामयाब होगी। आने वाले दिनों में और क्रूज कंपनियां अयोध्या आएंगी। इसे देखते हुए क्रूज प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा।