मुंबई, मशहूर फिल्म-निर्माता राम गोपाल वर्मा ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर तंज कसते हुए कहा है कि सुपरस्टार आमिर खान का सभी पुरस्कार कार्यक्रमों से दूरी बनाने का निर्णय भारत में व्यवस्था की प्रासंगिकता खोने की ओर इशारा करता है। अक्सर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों से घिरे रहने वाले निर्देशक ने रविवार को ट्विटर पर कहा कि आमिर राष्ट्रीय सहित किसी भी भारतीय पुरस्कार समिति द्वारा मापे जाने की परवाह नहीं करते।
उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि भारत के महान फिल्मकार आमिर खान राष्ट्रीय पुरस्कार सहित किसी भी पुरस्कार कार्यक्रम में भाग नहीं लेते। उन्होंने कहा, आमिर ने सर्वोच्च गुणवत्ता वाली फिल्में बनाई हैं और वह राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित किसी भी भारतीय पुरस्कार समिति द्वारा मापे जाने की परवाह नहीं करते। इस महीने के मध्य में 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई थी।
जिसमें हिंदी फिल्म रुस्तम के लिए अक्षय कुमार को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता घोषित किया गया था। इस निर्णय से बॉलीवुड के लोग चकित रह गए कि आखिर दंगल और अलीगढ़ जैसी अद्भुत फिल्मों को क्यों नजरअंदाज कर दिया गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि दंगल में आमिर के काम को नजरअंदाज किया गया, क्योंकि वह किसी पुरस्कार कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेते। लेकिन, कश्मीर की जायरा वसीम को दंगल के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के रूप में घोषित किया गया था।