नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश में सत्ता में आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के मुद्दे को लेकर अपनी राय जाहिर की है। आरएसएस के मुखपत्र को दिए गए अपने साक्षात्कार में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए। पांचजन्य मैगजीन ने अपने लेख में लिखा है कि योगी आदित्यनाथ ने सुप्रीम कोर्ट की सलाह का स्वागत किया है।
आरएसएस के मुखपत्र पांञ्चजन्य को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में योगी ने कहा है कि राम जन्मभूमि विवाद को बातचीत से ही सुलझाना चाहिए। इस इंटरव्यू में उन्होंने अवैध बूचड़खानों पर की जा रही कार्रवाई को भी कानूनसंगत बताते हुए इसका बचाव किया है। आदित्यनाथ ने कहा कि वह कोर्ट के निर्देश का ही पालन कर रहे हैं। अवैध बूचड़खानों पर बैन की कार्रवाई का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बचाव किया। हालांकि उन्होंने कहा कि वो किसी के स्वाद पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते। योगी ने कहा कि अगर कोई शाकाहारी बनेगा तो वह स्वस्थ रहेगा।
सपा के कार्यकाल में प्रदेश में हुए दंगों को लेकर भी उन्होंने कहा कि तब सत्ता गलत हाथों में थी। दंगाइयों को संरक्षण दिया जाता था, लेकिन हमने स्पष्ट कहा है कि अपराधी कोई भी हो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। जो भेदभाव करेगा वो कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे बारे में भ्रांतियां पैदा करने की कोशिश की जा रही है। इंटरव्यू में उन्होंने कहा अगले छह महीनों में प्रदेश में छह नई चीनी मिलों का शिलान्यास किया जाएगा। हम ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं जिसके तहत गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिनों के अंदर सीधे उनके खातों में हो जाए। इसके अलावा हमने यह भी तय किया है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को 24 घंटे बिजली देंगे। 20 घंटे तहसील मुख्यालयों को और 18 घंटे गांवों को बिजली देंगे। इसके अलावा 2019 तक पूरे प्रदेश को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराएंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश की आबादी को ध्यान में रखकर योजनाएं बन रही हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड पर खास ध्यान देंगे। बुंदेलखंड की समस्या का समाधान निकालने में लगे हुए हैं। समीक्षा का मेरा पहला दौरा बुंदेलखंड से ही शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बुदेलखंड के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।