नई दिल्ली, राष्ट्रपति चुनाव को विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार उतारने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. राष्ट्रपति पद के लिए जदयू के नेता शरद यादव का नाम सबसे मजबूत उम्मीदवार के रूप मे सामने आया है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शरद यादव ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की.
राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर,विभिन्न दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाने वालीं सोनिया गांधी ने मौजूदा राजनीतिक सियासत पर चर्चा के लिये जदयू के नेता शरद यादव के साथ बैठक की और चुनाव की रणनीति पर चर्चा की . सूत्रों के मुताबिक ,शरद यादव की सोनिया से मुलाकात तकरीबन 45 मिनट तक चली.
शरद यादव ने उन्हें सबसे पहले विपक्षी एकता के लिए पहल करने की गुजारिश की. साथ ही यह भी कहा कि, पहले से पत्ते खोलने पर एनडीए सरकार उसका फायदा उठा सकती है. ऐसे में फिलहाल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की नाम की चर्चा के बजाय विपक्षी गोलबंदी की कोशिशें होनी चाहिए. साथ ही ध्यान में रखना चाहिए कि क्या एनडीए सरकार विपक्ष के साथ आपसी सहमति का राष्ट्रपति उम्मीदवार देने की कोई पहल करती है.
सूत्रों के मुताबिक शरद यादव ने कश्मीर मुद्दे पर पहले विपक्षी एका करके सरकार को घेरने की कवायद करने पर जोर दिया. शरद यादव का कहना था कि सरकार अगर सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाती है तो कांग्रेस को पहल करके विपक्षी दलों को एक पाले में लाकर कश्मीर के मुद्दे पर सरकार को खेलना चाहिए.
राष्ट्रपति चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों में शरद यादव के नाम की भी चर्चा हो रही है. हालांकि उन्होंने इस बैठक को महज ‘‘शिष्टाचार मुलाकात’’ बताया.