राष्ट्रपति चुनाव पर स्थिति, आज हो सकती है साफ

नयी दिल्ली,  पंद्रहवें राष्ट्रपति चुनाव के लिये सरकार और मुख्य विपक्षी दल के बीच आज होने वाली बातचीत के बाद सर्वसम्मत उम्मीदवार उतारने के संबंध में स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिये गठित मंत्रियों की समिति कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी से बातचीत करेगी। सब की नजर इस बात पर होगी कि इन अहम बैठकों में सरकार की ओर से किसी उम्मीदवार का नाम सुझाया जाता है या नहीं। सरकार की आेर से कुछ विपक्षी दलों से संपर्क साधा जा चुका है लेकिन अभी तक उम्मीदवार के रुप में कोई नाम सामने नहीं आया है।

प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव काे लेकर एकजुट हो चुके हैं तथा स्पष्ट कर चुके हैं कि सरकार की ओर से कोई नाम सामने आने पर वे अपनी रणनीति को अंतिम रुप देंगे। इस चुनाव के लिये गठित विपक्षी दलों की समिति की कल बैठक हुयी थी जिसमें विचार विमर्श के बाद कहा गया कि सरकार की ओर से पत्ते खोले जाने के बाद यदि जरुरी हुआा तो विपक्षी दल अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला करेंगे और उसका नाम तय करने के लिये समिति की फिर बैठक होगी।

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्तारुढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एकजुट हैं। सिर्फ शिवसेना की ओर से कुछ अलग बयान आ रहे हैं। वह इस पद से लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को उम्मीदवार बनाने की बात एक से अधिक बार कह चुकी है। राष्ट्रपति चुनाव के लिये शिवसेना का समर्थन सुनिश्चित करने के लिये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना प्रमुख से अगले एक दो दिन मे मुलाकात कर सकते हैं।

सरकार की ओर से आम सहमति बनाने के प्रयास भलेे ही शुरु कर दिये हैं लेकिन राष्ट्रपति पद के लिये अब तक हुये 14 चुनावों में से सिर्फ एक बार निर्विरोध चुनाव हुआ है। श्री नीलम संजीव रेड्डी 1977 में निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गये थे।
राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना कल जारी होने के साथ ही नामांकन पत्र भरने का काम शुरु हो गया है जो 28 जून तक चलेगा। आम सहमति नहीं बनने की स्थिति में 17 जुलाई हो चुनाव होगा तथा मतगणना 20 जुलाई को होगी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई की अर्द्धरात्रि को समाप्त होगा।

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