नई दिल्ली, राष्ट्रपति पद का अपना उम्मीदवार घोषित करने से पहले विपक्ष सरकार की तरफ देख रहा है. इसलिए बुधवार को बुलाई गई अपनी सब कमेटी की बैठक में उसने न तो किसी नाम पर चर्चा की और न ही किसी नाम को फाइनल किया.
विपक्ष को शंका है कि सरकार नाम के खुलासे में देर करके विपक्ष को ज़्यादा वक्त नहीं देने के मूड में है. राजद अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम प्रधानमंत्री के पेट में है बाकी सब आंख में धूल झोंकने जैसा है.
विपक्ष को अहसास है कि सरकार के पास जीत के लिए जरूरी वोटों में जो 18,000 की कमी है वह एआईएडीएमके के साथ आने से पूरी हो जाएगी. टीआरएस और वाइएसआर एनडीए उम्मीदवार को समर्थन की मंशा जता चुकी हैं. ऐसे में एनडीए की जीत तय मानी जा रही है.
लेकिन विपक्ष शिवसेना जैसी पार्टी के अलग राग और बीजेपी के असंतुष्टों को साधने की कोशिश करेगा. सूत्रों के अनुसार, आडवाणी को उम्मीदवार नहीं बनाने की सूरत में बीजेपी में भीतरघात हो सकता है. आडवाणी पर क्रिमिनल केस के चलते उनकी उम्मीदवारी पर पहले ही ग्रहण लग चुका है.