चंडीगढ़, हरियाणा राजभवन के पूर्व उपनिदेशक सतीश मेहरा ने शनिवार को कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का माइक बंद करना गंभीर मामला है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट पेपर धांधली पर चर्चा शुरू की तो उनका माइक बंद कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा यह कहना कि माइक का बटन उनके पास नहीं होता, कहकर पल्ला झाड़ लेना हास्यास्पद है।उन्होंने कहा कि बटन अगर लोकसभा अध्यक्ष के पास नहीं हैं, तो किसके पास है।
आज देश में पेपर लीक का मामला बच्चे-बच्चे की जुबान पर है, क्योंकि यह मामला देश की कर्णधार युवा पीढ़ी के भविष्य का मामला है। श्री गांधी द्वारा यह मांग की गयी थी कि इस मुद्दे पर संसद में बहस होनी चाहिये, लेकिन उनका माइक बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दोनों सदनों को संबोधित करते हुए इस मामले का केवल जिक्र ही नहीं किया बल्कि यह कहा कि पेपर लीक मामले की गहराई से जांच करवायी जायेगी। संसद में इस मामले की चर्चा करना इसलिये महत्वपूर्ण हो जाता है कि वर्तमान नेतृत्व वाली सरकार के पिछले पांच साल के कार्यकाल में 65 पेपर लीक हुये हैं, जबकि 10 सालों के दौरान 70 भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं ।
उन्होंने कहा कि इसके एंटी पेपर लीक कानून फरवरी 2024 में संसद से पारित हुआ था। इस कानून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मंजूरी दे चुकी हैं। केंद्र सरकार ने इस कानून का नोटिफिकेशन कर 21 जून को देशभर में लागू कर दिया है। इस कानून के लागू होने के बाद पेपर लीक के दोषियों को तीन साल से 10 साल की सजा और 10 लाख से एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।