नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना देकरमांग की कि केन्द्र उच्चतम न्यायालय से अनुसूचित जाति: जनजाति कानून पर अपने फैसले की पुनरीक्षा करने का आग्रह करे. उच्चतम न्यायालय ने इस कानून के तहत तुरंत गिरफ्तारी के कठोर प्रावधानों को अपने फैसले में शिथिल किया था.
इस फैसले के तहत समुचित दायित्व निभाने वाले ईमानदार सरकारी कर्मचारियों को अजा: अजजा कानून के जरिये कथित रूप से ब्लैकमेल करने से बचाने के लिए उपाय किये गये हैं. कांग्रेस सांसद धरने के समय नारेबाजी कर रहे थे, ‘‘ दलितों के सम्मान में, राहुल गांधी मैदान में.’’सूत्रों ने बताया कि इससे पहले सांसद कांग्रेस संसदीय दल के कार्यालय में एकत्र हुए और उन्होंने आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया. सूत्रों ने कहा कि इस दौरान संसद के भीतर की रणनीति के बारे में राहुल के साथ विचार विमर्श किया गया.
बजट सत्र के पांच मार्च से शुरू हुए दूसरे चरण में पिछले15 दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा मचाये गये हंगामे के बीच ही वित्त विधेयक को पारित किया गया. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा सदन में गतिरोध तोड़कर सामान्य कामकाज चलाने के प्रयासों का अभी तक कोई परिणाम नहीं निकल सका है.