रियो डि जिनेरियो, पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रही जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने व्यक्तिगत वॉल्ट फाइनल में जगह बनाकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा। आठवें स्थान पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई करने वाली दीपा यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय हैं। ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली महिला जिम्नास्ट त्रिपुरा की दीपा ने प्रोडुनोवा वॉल्ट में अच्छा प्रदर्शन किया और दो प्रयासों के बाद 14.850 अंक हासिल किये। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी को इंतजार करना पड़ा। वह पांच सब डिवीजन में से तीसरे में छठे स्थान पर रही थी। वह आखिर में ओवरआल आठवें स्थान पर खिसक गयी। कनाडा की शैलोन ओलसन ने बेहतरीन प्रदर्शन करने हुए 14.950 अंक बनाकर ओवरआल तालिका में अंतर पैदा कर दिया। लेकिन यह दीपा के लिये फाइनल में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था।
दीपा ने अपने पहले प्रयास में डिफक्लटी में 7.000 और एक्सक्यूशन में 8.1 अंक बिनाये। दूसरे प्रयास में वह डिफक्लटी में 6.000 का ही स्कोर बना पायी। उन्होंने प्रोडनोवा वाल्ट में पहले प्रयास में सामान्य प्रदर्शन किया लेकिन दूसरे प्रयास में वह प्रभाव छोड़ने में सफल रही। तीन बार की विश्व आलराउंड चैंपियन सिमोन बिलेस ने 16.050 अंक बनाये और वह तालिका में शीर्ष में रही। इस अमेरिकी जिम्नास्ट ने एक्सक्यूशन में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 9.700 अंक बनाये। उत्तर कोरिया की जोंग उन होंग ने 15 . 683 अंक के साथ दूसरे जबकि स्विट्जरलैंड की जियुलिया स्टिंगरबर (15.266 अंक) तीसरे स्थान पर रही। फ्लोर एक्सरसाइज में दीपा ने 12.033 अंक हासिल किये जिसमें 0.333 अंक की पेनल्टी भी शामिल है। राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली पहली महिला भारतीय दीपा आलराउंड तालिका में 51.665 अंक के साथ 47वें स्थान पर रही। सभी वर्गों में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले 24 पुरूष और 24 महिला खिलाड़ियों ने आलराउंड के फाइनल में जगह बनायी। दूसरी तरफ प्रत्येक वर्ग में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले आठ आठ जिम्नास्ट प्रत्येक वर्ग के फाइनल में पहुंचे।