नई दिल्ली, पिछले दिनों देश में हुए ट्रेन हादसों में शामिल 3 और आरोपियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया है। ये तीनों भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं। तीनों को आईएसआई ने पैसे का लालच दिया जिसके बदले इनको भारतीय ट्रेनों को पटरी से उतारना था। एनआईए के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की आईएसआई के शैमशुल होदा के इशारे पर ये लोग काम कर रहे थे। एक अक्टूबर को रेलवे ट्रेक के पास विस्फोटक सामग्री मिली थी, जिसके आरोप में इन तीनों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम गजेंद्र शर्मा, ब्रजकिशोर गिरी और मुकेश यादव हैं। ट्रेन के पटरी से उतरने पर हुई थी 150 लोगों की मौत: 21 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस के पटरी से उतरने से 150 लोगों की मौत हो गई थी। इस ट्रेन हादसे में इन तीनों का हाथ होने की बात कही जा रही है। एनआईए की जांच में सामने आया है कि ब्रजकिशोर गिरी इन दिनों नेपाल में एक फिल्म प्रोजेक्ट में काम कर रहा था। इसी दौरान वो कानपुर ट्रेन हादसे का मास्टर माइंड और आईएसआई एजेंट शमसूल होदा के संपर्क में आया है जिसके बाद होदा ने उसे पैसे का लालच दिया। ब्रजकिशोर गिरी एक बड़ा प्रोडूसर बनने का सपना देखता था लेकिन पैसे की कमी के चलते वो ऐसा नहीं कर पा रहा था। शमसूल होदा से मिलने के बाद उसे लगा कि वो अपना ये सपना पूरा कर सकता है। पैसों के लालच में किया यह काम: एनआईए की पूछताछ में सामने आया है कि गजेंद्र शर्मा भी फिल्म बनाना चाहता थे लेकिन उसके पास भी पैसे नहीं जिसकी वजह से वो ब्रजकिशोर गिरी के संपर्क में था। इससे पहले आईएसआई के इशारे पर दुबई में बैठकर भारत की ट्रेनों को निशाना बनाने की साजिश रचने वाले शमसूल होदा को नेपाल की राजधानी काठमांडू में गिरफ्तार किया गया था।