नयी दिल्ली, लोकसभा में शुक्रवार को महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के भारी हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पीठासीन अधिकारी किरीट सोलंकी ने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलाने की कोशिश की। ज़रूरी काग़ज़ात को पटल पर रखवाने के बाद नियम 377 के तहत मामले उठाने की अनुमति दी गई। हंगामे के बीच ही भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) के सुशील कुमार सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र में रेल से सम्बंधित मुद्दे उठाए। इसी प्रकार भाजपा के पल्लव लोचन दास ने भी अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाए।
श्री सोलंकी ने कहा कि सदन चर्चा के लिए है और सदस्यों का सदन की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए लेकिन हंगामा बढ़ता गया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही दिनभर तक स्थगित कर दी गई।
इससे पहले प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष की चर्चा कराने की मांग को लेकर हुए भारी हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया विपक्ष के सदस्य महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर सदन के बीचोंबीच आ गए और नारेबाजी तथा हंगामा करने लगे। श्री बिरला ने हंगामे की भी प्रश्नकाल जारी रखने का प्रयास किया लेकिन हंगामा बढ़ता ही गया तो उन्होंने सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने को कहा।
हंगामा कर रही है सदस्यों से उन्होंने कई बार कहा “आप लोग सदन चलाना चाहते तो उचित रहेगा। मैं सदन चलाना चाहता हूं देश की जनता भी यही चाहती है। आपसे आग्रह है, आपसे निवेदन है कि आप अपनी सीटों पर विराजे। आप सीनियर मेंबर ऑफ पार्लियामेंट है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अपनी सीटों पर बैठ जायं।”
उन्होंने कडे शब्दों में सदस्यों से कहा कि सदन नारेबाजी के लिए नहीं होता है। नारेबाजी करनी है और नारे लगाने हैं तो सदन के बाहर लगा सकते हैं। सदन में नारेबाजी नही होती यहां जा सक्तेबTजनता से जुड़े प्रश्न पूछे जाने चाहिए और हो जनता से जुड़े मुद्दे उठाए। सदस्यों से बार-बार सदन पर जाने का आग्रह जब हंगामा कर रहे सदस्यों ने अनसुना कर दिया तो उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।