लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीष्य अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमलावर होते हुए कहा है कि वह कोई भी नया वायदा करने के पहले अपनी वादाखिलाफी के लिए यहां की आमजनता से माफी मांगें। मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री एक बार फिर से नये-नये वायदों की बौछार करके लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में जनता को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। बसपा मुखिया ने कहा कि गाजियाबाद में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की हुई चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यह कहना कि प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर पहले दिन यह करेंगे व दूसरे दिन यह करेंगे यह केवल लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाली बातें हैं, क्योंकि ऐसे ही अनेक वायदे उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी किये थे।
मायावती ने कहा कि वहीं सत्ता में आने के पहले 100 दिन तो क्या आज लगभग 1, 000 दिन यानी तीन साल पूरे होने के बाद भी विदेशों से कालाधन लाकर देश के गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये नहीं बांटे गये हैं। मायावती ने कहा कि बल्कि अब तो मोदी सरकार विदेशों में जमा कालाधन की चर्चा करने से भी भय खाती है। बसपा मुखिया ने कहा कि जहां तक भ्रष्टाचार से लड़ने के पीएम नरेन्द्र मोदी के दावे का सवाल है तो इस बारे में लोकपाल के गठन के बारे में उनकी सरकार की आपराधिक चुप्पी यह साबित करती है कि दाल में जरूर बहुत कुछ काला है। इसी प्रकार इन्होंने गुजरात में अपनी सरकार में लोकायुक्त का गठन नहीं होने दिया था, जबकि ये दोनों ही संस्थायें भ्रष्टाचार से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिये कानूनी तौर से बनायी गई हैं।
मायावती ने कहा कि इसके अलावा भ्रष्टाचार के मामले में पीएम मोदी केवल बाबूओं व राजनेताओं को ही धमकाते रहते हैं, जबकि बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों ने सरकारी संरक्षण में अकूत धन कमाया हुआ है, उनके खिलाफ वह पूरी तरह से खामोश हैं और कोई भी सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में इन लोगों से मोदी सरकार की मिलीभगत होने का पर्दाफाश होता है। मायावती ने मोदी सरकार पर कोरी बयानबाजी व खोखले वायदे करते रहने का आरोप लगाते हुये कहा कि अब चुनाव के समय समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार को कोसने का कोई लाभ भाजपा को मिलने वाला नहीं है, क्योंकि जनता जानती है कि प्रदेश में लगातार जारी रहने वाली अराजक, आपराधिक, माफिया, जातिवादी व साम्प्रदायिकता के राज के लिये केन्द्र में पूर्व की रही कांग्रेसी सरकार की तरह मोदी सरकार भी बराबर की जिम्मेदार और कसूरवार भी है। मायावती ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले तीन वर्षों के केन्द्र में अपने शासन में एक बार भी कानूनी तौर से सपा सरकार की कोई खबर नहीं ली और ना ही कोई चेतावनी और कार्रवाई ही की। इससे सपा-भाजपा की आपसी मिलीभगत का भी पता चलता है।