वाराणसी, वस्त्र उद्योग पर वस्तु एवं सेवा कर लगाये जाने के खिलाफ चार दिवसीय हड़ताल कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बुनकरों ने तीसरे दिन आज यहां श्महापंचायत कर केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगले 72 घंटे में उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे।
बुनकर बहुल क्षेत्र रोहता में आयोजित महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए बुनकर नेता महतो गुलाम हैदर अंसारी ने कहा कि जीएसटी लगाने का सबसे ज्यादा नुकसान गरीब बुनकरों को होगा, जो पहले से ही परेशान हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बुनकरों की बदलहाली दूर करने के उपाये करने के बजाय पांच फीसदी जीएसटी लगाकर उन्हें भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है। बुनकर और इस व्यवसाय से जुड़ा कोई भी व्यक्ति इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।
आंदोलन की अगुवाई करने वालों में शामिल बुनकरों के एक अन्य नेता एवं समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष शमीम नोमानी ने कहा कि वस्त्र उद्योग से जीएसटी हटाने तक होगा निर्णायक आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि चार दिवसीय ष्मुर्री बंद आंदोलन कल तक जारी रहेगा और सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो बुनकर सड़कों पर आर.पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे।
उन्होंने कहा कि बुनकर महापंचायत में अंतिम दम तक संघर्ष के संकल्प के साथ केंद्र सरकार को 72 घंटे का श्अल्टीमेटमश् दिया है। इस बीच, बुनकरों के पक्ष में कोई फैसला नहीं आया तो आगे के आंदोलन जारी रखने की रणनीति की घोषणा की जाएगी।
महापंचायत में सरदार मो कलामए अतीक अन्सारीए गगन प्रकाश यादवए अनवारुल हकए भोलानाथ गुप्ताए शम्भू सावए हाजी अनीसुर्रहमान महतोए गुलाम रसूल महतोए कन्हैया सेठए मतलूब सरदारए मतीन अम्बानीए सेराज अहमदए श्यामबाबू मौर्या जैसे विभिन्न इलाके के बुनकर नेता एवं बनारसी साड़ी उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में बुनकर मौजूद थे।
गौरतलब है कि गत 11 जुलाई से यहां केे बुनकर बहुल लोहताए महमूदपुरए हरपालपुरए रहीमपुरए धन्नीपुरए मंगलपुरए कोटवांए जंसाए सजोईए बेलौडी आदि इलाकों में अधिकांश करघे एवं पावरलूमलूम बंद कर बुनकर जगह.जगह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह बनारसी साड़ियों का उत्पादन लगभग पूरी तरह से ठप पड़ा है। बुनकरों के इस आंदोलन का बनारसी वस्त्र एसोसिएशन एवं बनारसी डीलर एसोसिएशन भी समर्थन कर रही हैं।