वाराणसी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 69,000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में शुक्रवार को सूबे के 6696 लोगों के साथ वाराणसी के 22 युवाओं को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र सौंपा।
श्री योगी ने ऑनलाइन नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में राज्य के अन्य जिलों के साथ यहां के चुने हुए युवाओं शिक्षक बनने पर उनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बधाई दी। कार्यक्रम के सीधा प्रसारण की व्यवस्था वाराणसी मंडलायुक्त सभागार की गई।
मुख्यमंत्री ने औपचारिकताएं पूरी करने के बाद स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव एवं सुरेंद्र नारायण सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के हाथों 22 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये। जिले में नवनियुक्त इन शिक्षकों मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद दिया।
नियुक्ति पत्र पाने वालों में विष्णु प्रकाश मिश्रा, मोहाना गुजराती, रितु मिश्रा, दिव्या मिश्रा, रजनीश मणि, अनूप तिवारी, विनय चौबे, आनंद कुमार द्विवेदी, सुमंत कुमार राय, मदन गोपाल अग्रहरी, रामचंद्र पटेल, विकास कुमार पटेल, रघुबीर यादव, शशि प्रकाश, श्याम बाबू जायसवाल, अतुल कुमार मौर्या, मनीष कुमार श्रीवास्तव, प्रकाश दुबे, मीनाक्षी, प्रतिमा भारती, कुमारी नीलम देवी एवं वीरेंद्र कुमार शामिल हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा पारदर्शिता एवं ईमानदारी से शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया संपन्न हुई है। शिक्षा विभाग में गत चार वर्ष चार माह में डेढ़ लाख शिक्षकों की भर्ती हुई है। इसके साथ ही इस अवधि में सरकार ने सवा चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ी आबादी वाला और सबसे कम बेरोजगारी वाला राज्य है।
श्री योगी ने कहा कि बेसिक शिक्षा का बजट वार्षिक बजट 53 हजार करोड़ रुपए से अधिक है। इसका पूरा लाभ प्रदेश को मिला है। प्राथमिक स्कूल किसी प्राइवेट कान्वेंट से कमतर नहीं रहेंगे। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ से प्राथमिक स्कूलों की स्थिति अच्छी हुई है। अब गरीब का बच्चे जूते-मोजे, स्वेटर, पैंट, शर्ट के साथ अच्छी पोशाक पहनते हैं।
लखनऊ में इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी ने भी प्रदेश में शिक्षा के गुणात्मक विकास पर अपने विचार व्यक्त किए।
वाराणसी सभागार में जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं अध्यापक गण मौजूद थे।