लंदन/नई दिल्ली, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे मंगलवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली और ब्रिटेन के उनके समकक्ष के बीच बैठक में अचानक पहुंच गयीं। इस दौरान बैठक में ब्रिटेन में कुछ लोगों के निर्धारित समय से अधिक ठहरने का मुद्दा उठा। जेटली ने ब्रिटेन के वित्त मंत्री फिलिप हामांड से लंदन में उनके 11 डाउनिंग स्ट्रीट स्थित कार्यालय में मुलाकात की। दोनों वित्त मंत्रियों की बैठक में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के अचानक पहुंचने को ब्रिटेन की ओर से भारत के प्रति गर्मजोशी के संकेत और भारत के साथ रिश्तों में सुधार पर मजबूती के साथ ध्यान दिये जाने के तौर पर बताया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ब्रेक्जिट और भारत-ब्रिटेन संबंधों पर उसके प्रभाव तथा कुछ लोगों के निर्धारित समय से अधिक ठहरने पर ब्रिटेन में उनका स्वागत होने जैसे मुद्दे बैठक में उठे। यह मुद्दा स्पष्ट रूप से शराब कारोबारी विजय माल्या के संदर्भ में रहा है। बैंकों द्वारा किंगफिशर एयरलाइंस से 1.4 अरब डालर की वसूली की जानी है। इस संबंध में मुकदमे के बाद बंद पड़ी एयरलाइंस के प्रमुख पिछले साल मार्च में ब्रिटेन चले गये थे। इस महीने की शुरूआत में भारत सरकार ने औपचारिक रूप से ब्रिटेन को माल्या के प्रत्यार्वतन के लिये अनुरोध किया ताकि उनके खिलाफ समय पर कर्ज का भुगतान नहीं करने पर डिफाल्टर का मुकदमा चल सके। हामांड के साथ बातचीत के दौरान जेटली ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।