डोर्टमंड, इंग्लैंड के खिलाफ मैत्री मैच में 1-0 की जीत के दौरान निर्णायक गोल दागने वाले लुकास पोडोलस्की ने स्वीकार किया कि जर्मनी के लिये उनके करियर इससे बढिया अंत नहीं हो सकता था। इस स्टार स्ट्राइकर ने अपने 130वें और आखिर अंतरराष्ट्रीय मैच में अपना 49वां गोल दागा जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ।
पोडोलस्की ने खेल के 69वें मिनट में गोल किया और इसके बाद खेल समाप्त होने से छह मिनट पहले जब वह मैदान से बाहर आये तो दर्शकों ने करतल ध्वनि से उनका अभिवादन किया। पोडोलस्की ने कहा, जिस तरह से (जर्मनी के लिय) मेरे करियर का अंत हुआ वह किसी फिल्म जैसा था।
ईश्वर ने मेरा बायां पांव मजबूत बनाया जिसका मैंने आज रात उपयोग किया। मुझे अपने पिछले 13 साल के करियर पर गर्व है। उन्होंने कहा, यह शानदार मैच था, इसका परिणाम शानदार रहा और मैंने शानदार तरीके से अलविदा कहा। पोडोलस्की ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर 1987 के बाद पहली जीत में अपनी विश्व चैंपियन टीम की अगुवाई भी की।