लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना में जान गंवाने वाले दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जब तक दुनिया के विशेषज्ञ इस महामारी का कारगर उपचार लेकर नहीं आते तबकर वैक्सीन ही इसका एक मात्र सुरक्षा कवच है।
शून्य प्रहार में सपा के राम सुन्दर दास निषाद,डा0 दिलीप यादव, संतोष यादव ‘सनी’ एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश में कोरोना महामारी में आक्सीजन और रेमिडेसिवियर इंजेक्शन की कमी व काला बाजारी तथा कोरोना से मृतकों को मुआवजा दिलाये जाने के संबंध में सूचना दी। इसी विषय से संबन्धित कांग्रेस के दीपक सिंह की नियम-ंउचय111 की सूचना को उक्त सूचना के साथ सम्बद्ध किया गया। सूचना की ग्राह्यता पर सपा के राम सुन्दर दास निषाद, शतरूद्र प्रकाश एवं आनन्द भदौरिया ने विचार व्यक्त किये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। सभापति कुॅवर मानवेन्द्र सिंह ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को सूचना आवश्यक कार्यवाही के लिस संदर्भित किये जाने के निर्देश दिये।
श्री योगी ने कोराेना पर सरकार द्वारा किए गये कार्यों की विधान परिषद में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने काेरोनामहामारी में अपने स्वजनों और परिवार के सदस्यों को खोया है उन दिवंगत लोगों आत्माओं के प्रति हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने वैक्सीन कोरोना कवच करार देते हुए कहा कि काेरोना जैसी महामारी के लिए दुनिया के विशेषज्ञ जब तक एक व्यवस्थित उपचार लेकर नहीं आते ,वैक्सीन ही एक मात्र सुरक्षा कवच है। उन्होंने कहा कि लेकिन कुछ लोगों ने वैक्सीन को लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया, तमात ऐसे लोगों की जान बचाई जा सकती थी जिन्होंने कोरोना में अपनी जान गंवाई, कोरोना वैक्सीन देकर उनकी जान बचाई जा सकती थी।
उन्हाेंने कहा कि कुछ लोगों की नकारात्मक टिप्पणियों और उनके व्यवाहर ने उन लोगों के जीवन के साथ खिलवाड किया। अन्य राज्याें और देश में 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी लगने जा रही है और उत्तर प्रदेश में छह करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश 24 करोड़ की आबादी का प्रदेश है और सभी के लिए सरकार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल ने कोरोना को लेकर सभी राजनीति दलों की बैठक बुलाई लेकिन कुछ लोगों बैठक में भी नहीं आये। हम सब मिलकर ही इस बीमारी का मुकाबला करें जो सभी के हित होगा। उन्होंने कि कोरोना की दूसरी तरह में उनसे किसी सदस्य ने फोन पर बात नहीं कि। शतरुद प्रकाश जी ने उनसे शिष्टाचार के तहत फोन पर बात की। दूसरी तरह में दुखद स्थिति थी। उन्होंने कहा कि इस माहामारी के खिलाफ हम सामूहिक रुप से आगे बढ़कर एक-एक जीवन को बचाने की बात होनी चाहिए।
श्री योगी विदेशों में कोरोना से हुई मौतों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हितों के लिए जो कदम उठा रही है वो विपक्ष को दिखाई नहीं दे रहा है। उनको हर अच्छे काम से परहेज है।
उन्हाेंने कहा कि आज एक दल के नेता बेशर्मी के साथ तालीबान का समर्थन कर रहे हैं। हम कहां जा रहे हैं। हमें ऐसे कत्यों का समर्थन कर रहे हैं जो मानवता के लिए कलंक हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उनके अब्बाजान के बयान के बाद सपा सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच ही उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हितों के लिए जो कदम उठा रही है वो विपक्ष को दिखाई नहीं दे रहा है। उनको हर अच्छे काम से परहेज है। यह तो उनकी पुरानी आदत और स्वभाव भी है।
उन्होंने कहा कि एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अब्बाजान शब्द का इस्तेमाल किया था, लेकिन इसपर भी कुछ लोगों को बुरा लग गया। यह तो अच्छा शब्द ही माना जाता है।
मुख्यमंत्री के सम्बोधन के बाद प्रमुख सचिव विधान परिषद डा0 राजेश सिंह ने उत्तर प्रदेश सन् 2021 के बने पहले से लेकर पन्द्रहवें अधिनियम की घोषणा की। कार्यसूची की मदों को निपटाया गया और उसके बाद सभापति कुॅवर मानवेन्द्र सिंह ने सदन की बैठक 18 अगस्त पूर्वाह्न 11ः00 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।