पटना, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि वह 2019 में विपक्ष के पीएम पद के दावेदार नहीं हैं। उन्होंने विपक्ष की एकता और आगे की रणनीति को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी पार्टियों को विचार अलग होते हैं लेकिन विपक्ष का एक वैक्लपिक एजेंडा होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी से कहा था कि कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है पहल करें, एजेंडा तय करें वैकल्पिक राजनीति वक्त की मांग है। उन्होंने कहा कि सिर्फ एकता की बात करने से काम नहीं चलता है राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ गठबंधन बनाने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के मामले को इस कदर तूल दिया गया कि असल किसान मुद्दा पीछे छूट गया।
उन्होंने कहा कि हमारा असल उद्देश्य वादों को लागू करना है, हमारा स्टैंड हमेशा साफ रहा है और इसी एजेंडा की वजह से वे बिहार चुनाव जीते हैं। जीएसटी पर नीतीश ने कहा कि वे शुरू से इसके समर्थन में रहे हैं। एक टैक्स की व्यवस्था से देश को फायदा होगा। सुशील मोदी को लेकर सीएम ने कहा कि वे उनके पुराने साथी हैं, वे बयान देते रहते हैं और इसमें उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रैली में नहीं पहुंचने के लिए नीतीश ने कहा कि रैली में पहुंचने का अनौपचारिक न्योता मिला था।