विवादित ढांचा गिरवाने के लिए, फांसी भी हो जाए, तो कोई गम नहीं-रामविलास वेदांती
April 21, 2017
फैजाबाद, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद रामविलास वेदांती ने बाबरी विध्वंस मामले में शुक्रवार को कहा, मैंने ही बाबरी मस्जिद को तोड़वाया था। प्रतापगढ़ से 12वीं लोकसभा के सदस्य रहे वेदांती ने कहा कि कारसेवकों ने उनके आदेश पर विवादित ढांचे को तोड़ दिया था।
उन्होंने कहा, मुझे अपने इस निर्णय के लिए कोई पछतावा नहीं है। विवादित ढांचा गिरवाने के लिए अगर मुझे फांसी भी हो जाए तो कोई गम नहीं है। अयोध्या में बाबरी विध्वंस का मामला सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है। दो दिन पहले ही बुजुर्ग भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने का निर्देश दिया गया है। राम मंदिर जैसे संवेदनशील मामले में भाजपा के पूर्व सांसद का आया यह बयान काफी मायने रखता है। हालांकि, इस मामले में भाजपा की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है। 6 दिसंबर, 1992 को हजारों की संख्या में कारसेवक अयोध्या पहुंच गए थे। उन्होंने सदियों पुरानी बाबरी मस्जिद पर चढ़कर उसे तोड़ दिया था और उस जगह तिरपाल टांगकर रामलला की मूर्ति रख दी थी। इस घटना के बाद देश में कई जगह सांप्रदायिक दंगे हुए थे। सर्वोच्च न्यायालय ने 16 साल बाद राम जन्मभूमि बनाम बाबरी मस्जिद विवाद का हल दोनों पक्षों से आपसी बातचीत के आधार पर निकालने को कहा है।