लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि समस्त कार्यदायी संस्थाएं विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों को समयबद्धता एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करना सुनिश्चित करें और किसी भी दशा में निर्माण कार्य की लागत धनराशि एवं समय सीमा में परिवर्तन नहीं होना चाहिए।
यह निर्देश श्रीमती पटेल ने आज राजभवन से वर्चुअली समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश विश्वविद्यालयों के कुलपतियों तथा कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य के लिए स्टीमेट पूर्णतया सोच समझकर बनाए ताकि भविष्य में स्टीमेट रिवाइज न कराना पड़े।
उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं की उदासीनता के कारण निर्माण कार्यों में हो रहे विलम्ब एवं उनकी लचर कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई तथा निर्देश दिये कि प्रत्येक दशा में तय सीमा के अन्दर निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरे किये जाएं। समय पर कार्य पूर्ण न करने वाली संस्थाओं पर उन्होंने कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
कुलाधिपति ने कुलपतियों को निर्देश दिये कि विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों के अनुश्रवण के लिए कमेटी का गठन करें तथा प्रति माह राजभवन को कार्यों के प्रगति की रिपोर्ट भेजें। उन्होंने लम्बे समय से चल रहे निर्माण कार्यों के अभी तक पूर्ण न होने वाली कार्यदायी संस्थाओं को कड़ी फटकार लगायी तथा इसकी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को प्रेषित करने के निर्देश भी दिये।
राज्यपाल ने कहा कि जब भी किसी निर्माण कार्य के लिए कार्य योजना बनती है तो उसको विश्वविद्यालय में शुरू करने से पूर्व समस्त कुलपति कार्यदायी संस्था से उसके कार्य की पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता से पूर्ण करने के लिए वन टाइम एग्रीमेंट करें तथा उसके अनुश्रवण के लिए तकनीकी विंग के साथ समय-समय पर कार्य की प्रगति एवं समय की समीक्षा भी करें। उन्होंने कहा कि कार्य शुरू करने से पूर्व डिजाइन के संबंध में भली प्रकार विचार-विमर्श कर लिया जाय ताकि बाद में डिजाइन के परिवर्तन में किसी प्रकार की गुंजाइश न रहे।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य शुरू करने से पूर्व समस्त औपचारिकताएं पूर्ण करें तथा यदि कहीं से अनापित्त प्रमाण पत्र लिया जाना है तो समयानुसार उसे भी प्राप्त कर लें। राज्यपाल जी ने कुलपतियों को निर्देश दिया कि राजभवन द्वारा मांगी गयी सभी सूचनाएं निर्धारित समय सीमा तथा निर्धारित फार्मेट पर भेजें तथा भेजने से पूर्व इस बात को सुनिश्चित कर लिया जाय कि भेजी जा रही सूचनाएं पूर्णतया सत्य हैं।