कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी इस याचिका में पक्षकार नहीं रही है।
उन्होंने कहा, “वीवीपैट पर जिस याचिका को आज सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है उसमें कांग्रेस प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक पक्ष नहीं थी। हमने दो न्यायाधीशों की पीठ के फैसले को संज्ञान में लिया है। चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास बनाये रखने और इसे बढ़ाने के लिए वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर हमारा राजनीतिक अभियान जारी रहेगा।”
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम के माध्यम से पड़े मतों के साथ वीवीपैट की पर्चियों की गिनती (मिलान)100 फीसदी तक बढ़ाने या मतपत्रों की पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग वाली याचिकाएं आज सर्वसम्मति से खारिज कर दी।