साधारण तौर पर एक महिला को पूरे दिन में छह रोटी के बराबर कोई भी अनाज जैसे, चावल, पोहा आदि की जरूरत होती है। वहीं पुरुषों के लिए आठ से नौ रोटी के बराबर कोई भी अनाज जरूरी है। व्रत के दौरान साधारण अनाज का प्रयोग नहीं किया जाता, मतलब बॉडी को एनर्जी देने वाले पदार्थों की कमी हो जाती है। ऐसे में एनर्जी के लिए ऑप्शन्स की जरूरत पड़ती है। इसलिए इस दौरान बाकी के हेल्दी ऑप्शन का इस्तेमाल करें, लेकिन सही तरीके से।
उदाहरण के तौर पर- सुबह नाश्ते में एक केला, दोपहर में एक से डेढ़ कटोरी खिचड़ी, शाम को उबले आलू की टिक्की, रात को साबूदाना/कुट्टू/सिंघाड़े के आटे की रोटी या पूड़ी।
यदि दिनभर व्रत रखकर शाम को खाएं (फलाहारी)- सुबह एक केला, दिन में एक कटोरी मिले-जुले फल, शाम को उबले आलू और रात में साबूदाना/कुट्टू/सिंघाड़े के आटे की रोटी या पूड़ी।
यदि दिनभर व्रत रखकर, शाम को व्रत खोलते हैं- खाने के साथ एक कटोरी दही या रायता या खीर और एक कटोरी दाल। दाल नहीं लेते हैं, तो सब्ज़ी में मटर ज़रूर डालें।
आहार से मिले ताक़त
रोजाना एक कटोरी विटामिन-ए से भरपूर (पपीता, गाजर, पीला कद्दू एवं शकरकंद) या हरे रंग की पत्तेदार सब्ज़ी (धनिया, अरबी के पत्ते) या अन्य फलों का इस्तेमाल करें। इसी के साथ-साथ हेल्दी रहने के लिए एक चम्मच काला तिल रोजाना खाएं। ध्यान दें कि पूरे दिन के खाने में तेल की मात्रा सही रहे। यह बहुत ज्यादा न हो। प्रति व्यक्ति चार से पांच छोटा चम्मच तेल पर्याप्त होता है।
प्रोटीन है ज़रूरी
हम व्रत के दौरान अपने शरीर की ज़रूरतों को भूल जाते हैं। यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि दिन कोई भी हो, शरीर को एनर्जी के साथ-साथ प्रोटीन भी चाहिए होता है। चूंकि इस समय पर दाल का सेवन नहीं किया जा सकता है, इसलिए उसकी जगह रोजाना 30 ग्राम (एक खुली मुट्ठी) मूंगफली (किसी भी रूप में) का इस्तेमाल करना चाहिए। इसी के साथ-साथ 8-10 बादाम, काजू व अखरोट आदि का उपयोग कर लिया जाए, तो बहुत से मिनरल्स और वसा, प्रोटीन आदि की जरूरत पूरी हो सकती है। मूंगफली का इस्तेमाल सामान्य रूप से खाकर या खिचड़ी में मिलाकर किया जा सकता है। वहीं गिरियों का उपयोग पीसकर दूध या खीर मेंं या सामान्य रूप से जैसे चाहें करें।
बिन नमक का व्रत
जब बॉडी को नमक नहीं मिलता, तो उसे अन्य मिनरल्स की जरूरत पूरी करके पूर्ति से एनर्जेटिक बनाए रखा जा सकता है। ऐसे में एक मुट्ठी मेवे, ख़ासकर अंजीर, खजूर, किशमिश और मुनक्का लेने से बहुत सारी हेल्दी चीजें मिल जाएंगी। दिन में दो बार दूध या दूध की बनी चीजों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। दिनभर में कम वसा वाला 500 मिली दूध किसी न किसी रूप में उपयोग करें, जिससे न केवल प्रोटीन, बल्कि कैल्शियम और बहुत सारे विटामिन भी मिलते रहेंगे। इतना दूध न लेना चाहें, तो इसके स्थान पर दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके एक मुट्ठी बादाम खाएं। बादाम कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
इन बातों को न भूलें
व्रत के दौरान चाय-कॉफी की मात्रा सीमित रखें, क्योंकि ये जब शरीर से निकलते हैं, तो अपने साथ पानी और पानी में घुलनशील विटामिन भी निकाल कर ले जाते हैं। इसलिए दिनभर में दो-तीन कप पर्याप्त होंगे। इसके स्थान पर छाछ, नारियल पानी व नींबू पानी पर्याप्त मात्रा में इस्तेमाल करें। व्रत होते हुए भी कोशिश करें कि सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम की चाय और रात के खाने के समय का नियम बना रहे। भले ही उन्हीं वस्तुओं का उपयोग करें, जो आपके व्रत में शामिल की जा सकती हैं।