नरसिंहपुर, अभी तक पीएम मोदी की नोटबंदी और कैशलेस व्यवस्था का विरोध उनके राजनीति विरोधी ही कर रहे थे, लेकिन अब उनके इस फैसले के विरोध में धार्मिक हस्तियां भी उतर आई हैं। द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि कैशलेस की व्यवस्था से लोगों की आर्थिक स्वतंत्रता समाप्त हो जाएगी। अपने स्थानीय आश्रम से एक विज्ञप्ति जारी करते हुए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि शासन का कार्य जनता को अभयदान देकर संकटों से बचाना है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेईमानों को बख्शा नहीं जाएगा, ये बोलकर हर व्यक्ति को डरा रहे है। शंकराचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री विपक्ष को पाकिस्तान जैसा बता रहे है, जबकि लोकतंत्र के लिए विपक्ष की बात पर ध्यान देना भी है। शंकराचार्य ने आरोप लगाया कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार कम करने के जो कारण दिए थे वे पचास दिन पूरे होने के बाद भी कारगर साबित नहीं हुए है, लगातार नियमों को बदल कर वर्तमान मुद्रा की प्रामाणिकता भी संदिग्ध की गई। अब विफलता को दूर करने के लिए कैशलेस व्यवस्था लाई जा रही है इससे व्यक्ति की आर्थिक स्वतंत्रता समाप्त हो जाएगी।