अयोध्या, शिवसेना के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकापा) प्रमुख शरद पवार राष्ट्रपति पद के लिये देश के सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र एवं कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के बुधवार को प्रस्तावित अयोध्या दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के आये राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राष्ट्रपति पद के लिये एनसीपी प्रमुख शरद पवार एक बेहतर नेता हैं और शिवसेना की ओर से उन्हें समर्थन दिया जा सकता है।
पिछले दिनों आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह द्वारा शरद पवार से मुलाकात किये जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि 15 जून को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर भाजपा शासित प्रदेशों के नेताओं की बैठक बुलाई है जिसमें शिवसेना के नेता भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि शरद पवार राष्ट्रपति पद के लिये सर्वसम्मति से विपक्ष के उम्मीदवार चुने जा सकते हैं।
शिवसेना सांसद ने कहा कि देश को राष्ट्रपति चाहिये तो शरद पवार हैं। रबर स्टैम्प चाहिये तो बहुत से नेता देश में हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर राउत ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस को ही नहीं बल्कि सभी विपक्षी दलों को इस मामले पर हमलावर होना चाहिये, जो राजनैतिक दल या नेता सिर्फ पूछने की हिम्मत करते हैं या सवाल करते हैं उनका केन्द्रीय जांच एजेंसी के माध्यम से उत्पीडऩ किया जाता है, जो देश के लिये ठीक नहीं है।
दस लाख लोगों को नौकरी दिये जाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान का स्वागत करते हुये उन्होने तंज कसा कि प्रधानमंत्री ने पहले भी दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था और भाजपा के लोगों ने पांच करोड़ लोगों को रोजगार देने को कहा था। प्रधानमंत्री अपने इस दस लाख रोजगार देने के वादे पर कायम रहे तो ठीक है।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे के कल होने वाले अयोध्या यात्रा को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिये यहां आये हैं। आदित्य ठाकरे पहले प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करेंगे फिर उसके बाद श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद सरयू आरती करेंगे। यह शिवसेना का धार्मिक कार्यक्रम है। इसे राजनीति से न जोड़ा जाय। यह कार्यक्रम दो साल पहले बना था, लेकिन वैश्विक महामारी के कारण आदित्य ठाकरे अयोध्या नहीं आ पाये थे। अब चूंकि महामारी का प्रकोप शांत हो गया है, तो अब उनका आगमन अयोध्या नगरी में हो रहा है।
राउत ने कहा कि शिवसेना का कोई नेता पहली बार अयोध्या नहीं आ रहा है। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन से जुड़ा शिवसेना का पक्ष है, तबसे शिवसैनिकों का अयोध्या में आना-जाना है। शिवसेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अयोध्या आये थे और रामलला के दरबार में मत्था टेका था। उसके बाद वह मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां आये और रामलला के दरबार में हाजिरी लगायी थी। रामलला के दर्शन पूजन के बाद आदित्य ठाकरे लखनऊ के लिये रवाना हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि बारह सौ शिवसैनिक भी अलग-अलग जगहों से अयोध्या पहुंच रहे हैं जो प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर, श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करेंगे।