नई दिल्ली, देश के 18 राज्यों में 21 बड़े शहरों के मूल्यांकन के बाद जारी एक सर्वेक्षण के मुताबिक शहरों की सालाना शासन रैंकिंग में दिल्ली दो पायदान फिसल कर नौवें स्थान पर पहुंच गया है जबकि तिरूवनंतपुरम ने पहले पायदान पर खुद को काबिज रखा है। भारत की शहर प्रणाली का सालाना सर्वेक्षण (एएसआईसीएस) गैर सरकारी संगठन जनग्रह सेंटर फॉर सिटिजनशिप एंड डेमोक्रेसी ने किया है।
सर्वेक्षण में पुणे दूसरे पायदान पर है। वह 2015 से दो पायदान ऊपर चढ़ा है जबकि कोलकाता तीसरे पायदान पर बना हुआ है। साल 2016 के सर्वेक्षण में सबसे ऊंची छलांग भुवनेश्वर ने लगाई है जो 2015 के स्थान से आठ पायदान की छलांग लागते हुए 10वें पायदान पर पहुंच गया है। वहीं, बेंगलुरू चार स्थान फिसल कर 16वें पायदान पर पहुंच गया है। संगठन के सीईओ श्रीकांत विश्वनाथन ने सर्वेक्षण जारी करते हुए कहा कि 2016 के सर्वेक्षण से शहरी शासन में कई प्रणालीगत कमियों का खुलासा हुआ है जो जन सेवा को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण से जाहिर होता है कि भारतीय शहरों ने स्केल पर 2.1 और 4.4 के बीच स्कोर किया है जबकि लंदन और न्यूयार्क के वैश्विक मानदंड क्रमशः 9.3 और 9.8 हैं।