अहमदाबाद ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने आज अहमदाबाद में देश की पहली बुलेट ट्रेन का शिलान्यास किया. इसके साथ ही देश में हवा से बातें करने वाली हाईस्पीड की रेलसेवा की शुरुआत की उल्टी गिनती शुरू हो गयी. यह प्रोजेक्ट 1.10 लाख करोड़ है, जिसमें 88 हजार करोड़ का कर्ज जापान देगा. इस कर्ज का ब्याज 0.1 फीसदी होगा, जिसे 50 साल में चुकाना होगा.
जापान के पीएम शिंजो आबे ने नमस्कार कह कर अपना संबोधन शुरू किया .शिंजो आबे ने कहा -आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है. ठीक 10 साल पहले मुझे भारत की संसद में भाषण देने का मौका मिला था. जापान और भारत की रिश्तेदारी हिंद और प्रशांत माहासागर का संगम है. जापान की बुलेट ट्रेने जबसे शुरू हुई है. कभी कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई. यह सबसे सुरक्षित रेल सेवा है. जापान और भारत एशिया के दो बड़े लोकतंत्र हैं. हिंद और प्रशांत महासागर के सभी देश स्वतंत्र और खुले विचार रखते हैं. शिंजो आबे ने कहा जापान का ‘ज’ और इंडिया का ‘इ’ अगर मिला दें तो यह जय बन जाता. मेरी इच्छा है कि अगली बार अहमदाबाद आऊं तो बुलेट ट्रेन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ आउं.
मुझे गुजरात बहुत पसंद हैं. मैंने प्रधानमंत्री मोदी के बुलेट ट्रेन के सपने को पूरा करने की प्रतिज्ञा ली है.जापान और भारत के इंजीनियर दिन-रात इस प्रॉजेक्ट को पूरा करने में लगे हैं. अगर वे ठान लें तो कुछ नामुमकिन नहीं. शक्तिशाली भारत जापान के हित में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे को परम मित्र बताते हुए कहा कि अपने करीबी मित्र शिंजो आबे का मैं भारत और गुजरात की धरती पर स्वागत करता हूं.
कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों और बंधे हुए सपनों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता का इतिहास यातायात से जुड़ा हुआ है. किसी भी देश के विकास में यातायात एक महत्वपूर्ण योगदान देती है. लोग अमेरिका के इतिहास को जानते हैं उन्हें पता है कि रेलवे आने के बाद कैसे वहां आर्थिक प्रगति शुरू हुई.