नई दिल्ली, उच्च शिक्षा खासतौर पर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई महंगी होने की पृष्ठभूमि में देश के साधारण परिवारों के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा हासिल करना सुगम बनाने और उन्हें रिण सुविधा प्रदान करने के प्रस्ताव वाला एक निजी विधेयक लोकसभा में पेश किया गया। भाजपा सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने मेधावी छात्र विधेयक 2016 पेश किया है।
निशंक ने कहा कि समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के लिए आज उच्च शिक्षा प्राप्त करना काफी कठिन हो गया है क्योंकि आज की परिस्थिति में उच्च शिक्षा खासतौर पर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई काफी महंगी हो गई है। उन्होंने कहा कि छात्रों खासतौर पर समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने के रास्ते में आने वाली इन्हीं कठिनाइयों को देखते हुए मैंने एक निजी विधेयक लोकसभा में पेश किया है।
विधेयक के प्रस्ताव में कहा गया है कि उच्च या उच्च माध्यमिक परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बैंक रिण प्रदान करे। बैंक केवल ऐसे परिवारों के मेधावी छात्रों को रिण प्रदान करेंगे जिनकी सभी स्रोतों से आय प्रति माह 25 हजार रूपये से अधिक नहीं है। बैंक छात्रों को मंजूर रिण की राशि का भुगतान सीधे कालेजों या विश्वविद्यालयों या शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख को करेंगे। इसमें कहा गया है कि पढ़ाई पूरी करने और नौकरी प्राप्त करने के बाद छात्रों से मासिक आधार पर किस्तों में रिण की राशि वसूली जाए और