शिक्षामित्रों के आंदोलन को अखिलेश यादव ने दी नई ऊर्जा, तो योगी के नहले पर मारा दहला

लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों के आंदोलन का समर्थन कर, जहां एक ओर योगी सरकार की जनविरोधी नीतियों पर बड़ा प्रहार किया है। वहीं दूसरी ओर अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए जूझ रहे शिक्षामित्रों को संबल प्रदान किया है।

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लखनऊ मे सोमवार को प्रदेश भर से आए शिक्षा मित्रों ने अपना सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया। अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे शिक्षामित्रों के समर्थन मे अखिलेश यादव आ खड़े हुये। आंदोलन में हजारों की तादाद में आए शिक्षा मित्रों के दर्द का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘लखनऊ में लाखों शिक्षामित्र अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, पिकनिक के लिए नहीं।’

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अखिलेश यादव की यह खूबी है कि वह कुछ भी बकाया नही रखते, तुरंत और सटीक जवाब देतें हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट के माध्यम से जहां शिक्षा मित्रों के सत्याग्रह आंदोलन को ताकत प्रदान की है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी के उस बयान का जवाब दिया, जिसे गोरखपुर में योगी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में राहुल गांधी के दौरे पर दिया था। उस वक्त योगी ने अखिलेश को भी लपेटे में लेते हुए कहा था कि वह गोरखपुर को ‘लखनऊ के शहजादे’ या ‘दिल्ली के युवराज’ के लिए पिकनिक स्पॉट नहीं बनने देंगे। 

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लखनऊ में लाखों शिक्षामित्र अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, Picnic के लिए नहीं!

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सरकार से समायोजन पर बात न बन पाने पर, लखनऊ में प्रदेशभर से करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्र जमा हुए हैं। जबकि पुलिस ने जिलों की सीमा पर ही काफी शिक्षामित्रों को रोक दिया है। लेकिन यह निश्चित है कि शिक्षामित्रों के समर्थन मे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान के बाद उनमें अपनी रोजी रोटी के लिये संघर्ष करने के लिये नई ऊर्जा का संचार किया है।

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