इटावा ,प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं मैनपुरी संसदीय सीट के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य पर हमला करते कहा है कि भाजपा प्रत्याशी मेरा शिष्य तो दूर चेला भी नहीं है।
रघुराज सिंह शाक्य को महत्वाकांक्षी, स्वार्थी,अवसरवादी करार देते हुए कहा कि अगर वाकई में चेले थे तो भाजपा में शामिल होने से पहले बता कर जाते, छिप कर भाजपा में नही जाते।
शिवपाल सिंह यादव का बयान तब सामने आया है जब भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य खुद को मुलायम सिंह यादव का शिष्य बताते हुए इलाके में चुनाव प्रचार के समय शिवपाल सिंह यादव से अपने रिश्ते का जिक्र कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील लोगों से कर रहे हैं।
अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर में आयोजित समाजवादी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर करते हुए शिवपाल यादव ने भाजपा उम्मीदवार पर बड़ा हमला किया। इस सम्मेलन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव मौजूद थे।
शिवपाल ने कहा “ मैनपुरी का विकास नेताजी ने किया है यहां भाजपा ने कोई काम नहीं किया। आज श्री मुलायम सिंह यादव (नेताजी) नहीं हैं, चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। आप लोगों ने जो कहा मैंने वो काम यहां कराया। मैंने नेताजी को कभी निराश नहीं किया। आपने मुझे जितने वोट से जिताया था डिंपल को उससे ज्यादा वोट से जिताने की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने अखिलेश यादव से कहा “ मैंने अपना समर्पण आपको सौंप दिया। आप मेरी क्षमता और आत्मसमर्पण को पहचानिए। मैं 12 साल की उम्र से नेताजी से जुड़ा हूं। मैंने नेताजी को कभी निराश नहीं किया और आपको भी निराश नहीं करुंगा। मेरे समपर्ण और मेरी क्षमता को पहचानों । जसवंतनगर के लोगों मेरा भी रिकॉर्ड तोड़ देना। 5 दिसंबर को डिंपल को ज्यादा से ज्यादा वोट दो। नेताजी के सभी सपनों को पूरा करना है। अब हम और डिम्पल मिलकर काम करेंगे और नेताजी के सपनो को पूरा करने के लिये अखिलेश का भी साथ लेंगे। ”
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यहां के बुजुर्ग जानते है कि यहां की स्थिति कैसी थी और आज कैसी है नेताजी ने बड़े संघर्ष के बाद यहां का विकास किया है और अब उनके विकास को आगे बढ़ाना है। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार झूठी और बेईमान है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में पिछले 8 सालों में कोई काम नही हुआ। गरीब, किसान, नौजवान सब परेशान है। मंहगाई चरम पर है। किसी भी सरकारी ऑफिस में बिना रिश्वत के कोई काम नही होता।