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श्रीलंका के सामने ऑस्ट्रेलिया को लगातार पांचवीं बार जीतने से रोकने की चुनौती

दुबई,  आईसीसी टी-20 विश्व कप 2014 की विजेता श्रीलंका और सात आईसीसी खिताब जीत चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम यहां गुरूवार को मौजूदा टी-20 विश्व कप 2021 के सुपर 12 चरण के दसवें मैच में एक-दूसरे से भिड़ेगी।

श्रीलंका के सामने ऑस्ट्रेलिया को टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उसके खिलाफ लगातार पांचवीं जीत दर्ज करने से रोकने की चुनौती होगी। दोनों टीमाें के बीच अब तक 16 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले गए हैं और दोनों ने आठ-आठ जीते हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से ऑस्ट्रेलिया का दबदबा रहा है, क्योंकि दोनों टीमों के बीच हुए आखिरी चार टी-20 मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं। इस छोटे प्रारूप के विश्व कप में दाेनों टीमों का तीन बार आमना-सामना हुआ है। 2007 और 2010 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की थी, जबकि 2009 में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को पराजित किया था।

दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शाम साढ़े सात बजे खेले जाने वाले ग्रुप एक के इस मैच में दोनों का मकसद अपने विजयी क्रम को जारी रखना होगा। ऑस्ट्रेलिया ने जहां बीते शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को पांच विकेट, वहीं श्रीलंका ने भी बंगलादेश को पांच विकेट से हरा कर अपने अभियान की शानदार शुरुआत की थी। क्वालीफाइंग राउंड और अभ्यास मैचों को मिला कर श्रीलंका ने इस सीजन विश्व कप में एक भी मुकाबला नहीं हारा है, जबकि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ अभ्यास मैच में हार का सामना करना पड़ा था।

ऑस्ट्रेलिया के लिए उसके सबसे अनुभवी बल्लेबाज डेविड वार्नर का आउट ऑफ फॉर्म होना चिंता का विषय है जो बल्ले के साथ जूझते नजर आ रहे हैं। ऐसे में अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदार कप्तान आरोन फिंच पर होगी, हालांकि ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजी के साथ घातक साबित हो सकता है। प्रमुख तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड अच्छे फॉर्म में दिख रहे हैं। वहीं श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा का फॉर्म उसका सबसे बड़ा एडवांटेज है। वह अब न केवल गेंदबाजी, बल्कि बल्लेबाजी में भी अच्छा योगदान दे रहे हैं। ओवरऑल दोनों टीमें अच्छे फॉर्म में हैं, इसलिए दोनों ही टीमें लगातार दूसरी जीत तलाशेंगी।

जहां तक बात पिच की है तो यहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को मदद मिली है। यहां अब तक खेले गए सुपर 12 चरण के तीन मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है। पर क्रिकेट में कुछ भी मुमकिन है, इसलिए यह जरूरी भी नहीं है कि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीते।