नई दिल्ली, श्रीलंका को डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को मलेरिया फ्री देश घोषित किया है. श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए अभियान चलाया. बुखार के सभी मामलों में मलेरिया की जांच की गई. मलेरिया से ग्रस्त देशों की यात्रा से आने वाले लोगों में इसके लक्षणों की जांच की गई. शांति मिशन पर तैनात सशस्त्र बलों, प्रवासियों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की भी नियमित जांच की गई. मलेरिया रोधी अभियान के तहत 24 घंटे हॉटलाइन स्थापित की गई. साथ ही मच्छर रोधी नियंत्रण के बदले परजीवी नियंत्रण की रणनीति अपनाई गई.
भारत को इस स्टेटस के लिए 2030 तक इंतजार करना होगा. भारत मे मच्छरों से होने वाली बीमारियों पर नियंत्रण के लिए खर्च कम नही हो रहा है. इन बीमारियों से लड़ने के लिए लाखों कर्मचारी लगे हैं. अरबों रुपये का सालाना बजट है.
भारत में जुलाई तक मलेरिया के करीब चार लाख 71 हजार मामले रिपोर्ट हुए हैं और 119 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में इस सीजन में मलेरिया के 19 मामले, डेंगू के 771 मामले और चिकनगुनिया के 560 मामले रिपोर्ट हुए हैं. दिल्ली के चंदन विहार में रहने वाले प्रवीण शर्मा की चार अगस्त को सफदरजंग अस्पताल में मलेरिया से मौत हो गई. इससे पहले जुलाई में शहादरा में एक 62 वर्षीय व्यक्ति चरन की मलेरिया से मौत हो चुकी है. इस तरह दिल्ली में मलेरिया से इस साल दो मौत हो चुकी हैं.