इटावा, लंबे समय से लायन सफारी को पर्यटको के लिए खोले जाने की मांग एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है और इसी क्रम में समाजवादी पार्टी (सपा) ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से इसे खुलवाने का अनुरोध किया है।
आनंदीबेन पटेल इस समय इटावा के दौरे पर है और उन्होंने आज ही लायन सफारी का करीब डेढ़ घंटे तक भ्रमण कर वहां प्रकृति चित्रण केंद्र का लोकार्पण किया । उन्होंने लायन सफारी शेरों को भी देखा1
राज्यपाल इटावा दौरे के भ्रमण के क्रम में लायन सफारी का अवलोकन करने के लिये सुबह नौ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच वहां पहुंची, जिन्होने करीबी साढ़े दस बजे तक बैट्री चलित वाहन में लायन सफारी का भ्रमण किया है। श्रीमती पटेल पहली दफा इटावा के दौरे पर आई हुई है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने लायन सफारी के शेरों को आम पर्यटकों को दिखाने की मांग करते हुए करते हुए कहा कि आमजन लायन सफारी के शेरो को देखना चाहते है ,लेकिन राज्य सरकार शेरो को लेकर राजनीति कर रही है, जिसके चलते अभी शेर आम पर्यटको को नहीं दिखाए जा रहे है जबकि लायन सफारी का असल आकर्षण शेर ही है। उनका हना है कि अगर सफारी को पर्यटकों के लिए खोल दिया जायेगा तो इससे जिले में रोजगार के अवसर भी बढ़े ।
हांलांकि अभी आधिकारिक तौर पर सफारी प्रबंधन आम पर्यटकों को शेर नहीं दिखा रहा है इसी को लेकर समाजवादी पार्टी लगातार योगी सरकार से इस बात की गुहार लगा रही है कि आम पर्यटकों को शेर दिखाया जाना शुरू किया जाए।समाजवादी पार्टी के अलावा इटावा लायन सफारी के पर्यटको को शेर ना दिखाए जाने से आहत कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष उदयभान सिंह यादव भी पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद प्रो रामशंकर कठेरिया को आड़े हाथों लेते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर चुके है ।
असल मे सांसद ने इस साल मार्च माह में सफारी के पर्यटकों को शेर दिखाएं जाने का वादा कर दिया था लेकिन यह वादा एक अप्रैल को भी पूरा नहीं हो सका है इसलिए काग्रेस पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ऐसा मान करके करके चलते हैं कि सांसद ने सफारी के पर्यटको को अप्रैल फूल बना दिया है। जब कभी भी दूर दराज से कोई पर्यटक सफारी आता है तो उसको शेर ना दिखाये जाने से मायूसी का सामना करना पडता है । ।
तत्कालीन अखिलेश सरकार में स्थापित किये गए इटावा सफारी पार्क का शुभारंभ एक जून 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया , हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर लाइव सफारी शुरू नहीं की गई है ।
कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली के रूप में बदनाम रही चंबल घाटी को पर्यटकों के लिए आबाद करने की मंशा के तहत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का साल 2003 मे इस प्रोजेक्ट की शुरूआत कराई थी लेकिन 2007 में उत्तर प्रदेश में मायावती ने सत्ता में आते ही इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
वर्ष 2003 में जब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी सत्ता में आई तो उस समय इटावा समेत पूरी चंबल घाटी में कुख्यात डाकुओं का आतंक चरम पर था । ऐसे में मुलायम सिंह यादव ने डाकुओं की छाप से इटावा को मुक्त कराने के मकसद से पहले तो डाकुओं का सफ़ाया कराया और उसके बाद इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई। रूपरेखा का ही नतीजा आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है ।
लायन सफारी चंबल की बदनाम छवि को बदलने के इरादे से साल 2012 के अपने मुख्यमंत्रित्व काल मे अखिलेश यादव ने कराया जो अब राजनीतिक तौर पर अखाडा बना हुआ है ।