पटना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में कोई मतभेद नहीं है और सभी के विचार-विमर्श के बाद प्रत्याशी के नाम की घोषणा की गई है।
श्री कुमार ने सोमवार को यहां जदयू के राज्यसभा उम्मीदवार खीरू महतो के नामांकन में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि सब लोगों से विचार विमर्श के बाद ही जदयू के उम्मीदवार की घोषणा की गई। श्री आरसीपी सिंह ने भी आज अपनी बात कही है। पार्टी के अध्यक्ष ने भी कल अपनी बात कही है। पार्टी में किसी भी चीज को लेकर कोई मतभेद नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमलोगों की इच्छा हुई कि झारखंड के अपने पुराने साथी को इस बार राज्यसभा भेजें। हमलोगों ने सोचा कि बगल के राज्य के साथी को भी एक मौका देना जरूरी है। यही सब सोच कर जदयू ने श्री खीरु महतो को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। इसको लेकर किसी को भी ऐतराज नहीं है, सभी को खुशी है। श्री आरसीपी सिंह ने खुद भी अपनी बात कहते हुए इस पर ऐतराज नहीं जताया है।”
श्री कुमार ने कहा कि श्री आरसीपी सिंह को पार्टी ने शुरू से काफी अवसर दिया है। जब वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी थे तब भी वे उनके (श्री कुमार) साथ थे। राज्यसभा गये तब भी साथ ही थे। पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी उन्हें बनाया गया। अभी वे केंद्र सरकार में मंत्री हैं। सभी लोग पार्टी में एक साथ हैं। इस बार पार्टी ने निर्णय लिया कि पुराने साथी को एक मौका दिया जाये।