शामली, सब्जियों के दामों में आ रहे उछाल का असर अब उत्तर प्रदेश के शामली में लोगों की जेब पर लगातार बोझ बढता जा रहा है। सब्जी मे दामों में बढोत्तरी से सबसे ज्यादा गृहणियों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
टमाटर ने तो अब तक के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बाजार में टमाटर के दाम 180 से 200 रुपये तक पहुंच गए हैं, इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं जिससे मध्यमवर्गीय परिवार के साथ-साथ मेहनत मजदूरी करने वाले लोगों की थाली से सब्जियां गायब हो रही हैं।
इन दिनों सब्जियों के दामों में हो रही बढोत्तरी से लोगों के होश उडे हुए हैं। प्रत्येक घर की रसोई में बनने वाली हर सब्जी में जहां टमाटर का इस्तेमाल बढ-चढकर किया जाता है, वहीं आज उसी टमाटर ने लोगों के पसीने निकाल रखे हैं। बाजार में इस समय टमाटर के दाम 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं जिसे खरीदना अब मध्यमवर्गीय परिवार व मेहनत मजदूरी करने वाले लोगों के बस के बाहर की बात हो गयी है जिससे अब सब्जी से टमाटर पूरी तरह गायब हो गया है। इसके अलावा कई अन्य सब्जियों के दामों में भी तेजी आयी है।
आलू 120 रुपये प्रति पांच किलो के हिसाब से बिक रहा है, इसके अलावा लौकी, तौरई, बैंगन, पेठा, पपीता, बंदगोभी, शिमला मिर्च के दाम भी बढे हैं। गृहणी वर्षा ने बताया कि पहले परिवार में दो सब्जियां आराम से बन जाती थी लेकिन सब्जियों के दामों में हो रही बढोत्तरी के कारण अब थाली में केवल एक ही सब्जी नजर आ रही है। वहीं सुषमा मित्तल ने बताया कि सब्जियों के दामों ने रसोई का बजट बिगाड कर रख दिया है। टमाटर तो अब रसोई में देखने को भी नहीं मिल रहा है। पहले हर सब्जी में टमाटर का प्रयोग होता था लेकिन अब दस बार सोचना पड रहा है।
हाउस वाइफ सीमा ने बताया कि टमाटर के दाम 200 रुपये तक पहुंच गए है जिसे खरीदना अब बूते से बाहर हो गया है। अन्य सब्जियों के दाम भी बढे हैं। अनुराधा ने बताया कि महंगाई से पहले ही लोग त्रस्त है, अब सब्जियों के दामों खासतौर पर टमाटर के दामों में बढोत्तरी से रसोई का बजट बिगड गया है। सरकार को बढती महंगाई पर ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके।