नयी दिल्ली, कांग्रेस तथा समान विचारधारा वाले 13 विपक्षी दलों के नेताओं ने मोदी सरकार की नीतियों को जनविरोधी और संविधान विरोधी करार देते हुए उसकी कड़ी निंदा की और कहा है कि वे सरकार की देश को तबाह करने वाली नीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ेगें।
विपक्षी दलों के नेताओं ने गुरुवार को यहां संसद भवन में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खडगे के कक्ष में आयोजित एक बैठक में सम्मिलित होने के बाद संयुक्त रूप से जारी बयान में कहा कि मोदी सरकार की नीतियां जनविरोधी, किसानों विरोधी और संविधान विरोधी है जो देश के सौहार्द को बिगाड़ रही हैं और सामाजिक ताने-बाने को तबाह कर रही हैं इसलिए समान विचारधारा के दल सरकार की इन नीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे।
विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार की इन नीतियों की निंदा करते हुए बयान में कहा कि विरोधी दलों के नेताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है और उनके खिलाफ बदले की भावना से काम हो रहा है। उनका कहना था कि सरकार जानबूझकर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है और और बदले की भावना से काम कर उन्हें अभूतपूर्व तरीके से प्रताड़ित कर रही है।
कांग्रेस के साथ ही डीएमके,मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, तेलंगाना राष्ट्र समिति, आई यू एम एल, एमडीएमके, वीसीके, शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी की नेता शामिल हुए। इन सभी दलों के नेताओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया और बाद में इस संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए।