जयपुर, सरकार गिराने की कोशिश में बीजेपी के नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, राजस्थान में विधायकों को बीजेपी द्वारा पाला बदलने के लिये करोड़ों के आफर दिये जा रहें हैं.
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की सरकार को कथित रूप से गिराने की कोशिशों के मामले में पुलिस ने दो बीजेपी नेताओं को देर रात हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं के नाम हैं भरत मालानी और अशोक सिंह. इन्हें ब्यावर उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार किया है. राजस्थान एसओजी के अनुसार मालानी की कॉल रिकॉर्डिंग से पता चला है कि विधायकों को खरीदने की कोशिश जा रही है.
इस खुलासे के बाद एसओजी ने भरत मालानी को हिरासत में ले लिया है, बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल जयपुर में उनसे पूछताछ हो रही है. भरत मालानी राजस्थान बीजेपी में कई पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
बता दें कि राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिशों को लेकर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने केस दर्ज किया है. एफआईआर के मुताबिक स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को कुछ फोन नंबरों की रिकॉर्डिंग के दौरान पता चला कि अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश चल रही है.
एफआईआर में आरोप है कि बीजेपी नेता विधायकों को धन का प्रलोभन देकर अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं. राजस्थान का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप इस मामले की जांच कर रहा है.
राजस्थान की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों के आरोप के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लगाया है, गहलोत ने अपने आरोप में कहा कि बीजेपी राजनीति कर रही है और मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि विधायकों को अपनी निष्ठा बदलने के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा रही है.
उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि पूरा देश जाने की बीजेपी अब अपनी सारी सीमाएं पार कर रही है. वह मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है.” गहलोत ने कहा, “हम विधायकों को पाला बदलने के लिए ऑफर देने की बात सुनते रहे हैं. कुछ लोगों को 15 करोड़ रुपये तक देने का वादा किया गया है और कुछ को अन्य प्रलोभन देने की बात कही गई है. यह लगातार हो रहा है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सरकार बदलने का जिक्र करते हुए कहा, “बीजेपी का असली चेहरा साल 2014 की जीत के बाद ही सामने आ गया था. पहले वो जो काम छुप कर कर रही थी अब वो खुलकर कर रहे हैं. आपने गोवा, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में यह देखा.” विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कर्नाटक में पिछले साल और मध्य प्रदेश में जून में बीजेपी सत्तासीन हुई थी. मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी जबकि कर्नाटक में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार थी.
राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.