नई दिल्ली, चुनाव आयोग की तरफ से यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी का निशान साइकिल मिलने के अगले दिन ही सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की गई है।
ये याचिका सपा नेता और अखिलेश के चाचा रामगोपाल यादव की तरफ से दायर की गई है। कैविएट इसलिए दाखिल की गई है कि कहीं मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ना चले जाए। रामगोपाल यादव ने अपनी अर्जी में कहा है कि अगर चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कोई अर्जी दायर होती है तो इसमें हमारा पक्ष भी सुना जाए। गौरतलब है कि सोमवार को चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी में चुनाव चिन्ह को लेकर मचे घमासान के बीच अखिलेश यादव के पक्ष में फैसला सुनाया था। नेताजी का चेहरा व मेरा काम ही है सपा की पहचान: अखिलेश यादव मंगलवार को पार्टी कार्यालय न जाकर सीधे मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां नेताओं से भेंट करने के बाद कहा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का चेहरा तथा मेरा काम ही समाजवादी पार्टी की पहचान है। अखिलेश यादव ने कहा कि जल्दी ही गठबंधन की सूची जारी होगी। इसका ऐलान लखनऊ में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह) का मुझे पूरा आशीर्वाद है। वह मेरे पिता होने के साथ ही समाजवादी पार्टी के संरक्षक भी हैं। उनका चेहरा मेरा काम यही सपा की पहचान, इसी के तहत हम चुनाव के मैदान में उतरने जा रहे हैं।