कन्नूर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात ने आज कहा कि सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के लिए खड़े नहीं होने को देश के कानून के अनुसार देशद्रोह नहीं समझा जा सकता।
करात ने यहां श्समान नागरिक संहिता और वामपंथी पार्टियां पर एक सेमिनार का उद्घाट करने के बाद कहा कि देशभक्ति को बढ़ावा देने का यह रास्ता नहीं हो सकता और यह केवल राष्ट्रवाद का उत्पादित रूप है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने इसे सिनेमा राष्ट्रवाद के रूप में बताया है।
उन्होंने कहा कि माकपा नीत केरल सरकार को पुलिस शिक्षित किये जाने की जरूरत है। पुलिस ने फेसबुक पर राष्ट्रगान के अपमान के लिए देशद्रोह के आरोप में लेखक और थियेटर से जुड़े कमल सी चावरा को कल गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने माकपा के जिला नेताओं के सामने पुलिस पर सार्वजनिक रूप से निशाना साधा।
श्री करात ने कहा कि सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है और केरल को इसे गंभीरता से सोचना होगा और वे धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करे। उन्होंने केरल की एलडीएफ सरकार से पुलिस द्वारा लेखक के खिलाफ दर्ज किये गये मामले को वापस लेने की मांग की।