लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी के नोएडाॅ विधानसभा से प्रत्याशी और केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह ने कहा है कि मैं एक सामान्य कार्यकर्ता हूं और पिछले 15 सालों से टिकट की उम्मीद नहीं रखते हुए संगठन को मजबूत करने पर ही ध्यान दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि आलाकमान ने मुझे चुनाव लड़ने का आदेश दिया है, इसलिए मैं मैदान में हूं। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का आभारी हूं कि पार्टी ने मुझे इस लायक समझा। पंकज सिंह ने सोमवार को कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसे मैं निभाऊंगा। उन्होंने अपने पिता के वरिष्ठ नेता होने के कारण टिकट मिलने और कार्यकर्ताओं की नाराजगी के सवाल पर कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही तय करता है कि चुनाव कौन लड़ेगा और मैं स्वयं कार्यकर्ता ही हूं। मैंने कार्यकर्ताओं के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलने की कोशिश की है। पंकज सिंह ने कहा कि उन्हें पहले भी कई बार पार्टी टिकट का ऑफर दे चुकी है, लेकिन चुनाव वह पहली बार लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने का इन्तजार लम्बा हो सकता है, लेकिन भाजपा जैसे बड़े संगठन ने मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को मंत्री, महामंत्री और युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर कई बार अहम जिम्मेदारी दी। यह मेरे लिए बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद मुझे चुनाव लड़ने का आदेश दिया था, लेकिन मैं उनके पास गया और निवेदन किया कि मुझे कार्यकर्ता के रूप में कुछ समय के लिए और काम करने का मौका दिया जाए, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। पंकज सिंह ने कहा कि विधायक और सांसद तो कभी भी बना जा सकता है, लेकिन अटल जी जैसे शख्स का मुझे चुनाव लड़ने का आदेश देना, मेरे के लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। इसे मैं पूरे जीवन में कभी नहीं भूलूंगा। पंकज का नाम 2012 में भी विधानसभा चुनवा के लिए फाइनल हुआ था, लेकिन तब भी उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। वहीं लखनऊ के बजाए गाजियाबाद से चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि बनारस से लेकर चन्दौली, लखनऊ, बाराबंकी और गाजियाबाद सहित पूरे प्रदेश में मैने पार्टी के लिए काम किया है, इसलिए ऐसी कोई खास वजह नहीं है। गौरतलब है कि वर्तमान में नोएडाॅ से बिमला बाथम भाजपा विधायक हैं। पार्टी ने उनकी जगह इस पर पंकज सिंह को प्रत्याशी बनाया है।