मदुरै, जल्लीकट्टू के आयोजन पर सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुए युवाओं के एक समूह ने आज सांडों को काबू में करने के इस खेल का आयोजन किया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि करीसलकुलम गांव के खुले मैदान में कुछ मिनट के लिए इस खेल का आयोजन किया गया था। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में करीब पांच सांडों के साथ मैदान में इस खेल का आयोजन किया गया। पुलिस ने साथ ही बताया कि अब तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि आयोजकों के मंजू विराट्टू (सांड को काबू में करने के एक अन्य खेल) से जुड़ी तैयारी करने को लेकर पुलिस और उनके बीच जोरदार बहस हुई, इस वजह से गांव में तनाव व्याप्त है। पुलिस ने बताया कि खेलों को रद्द करने के लिए आयोजकों को राजी करने के लिए बात चल रही है। उन्होंने साथ ही बताया कि अगर वे फिर भी खेलों के आयोजन को लेकर अड़े रहते हैं तो उनको गिरफ्तार करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इसी बीच ग्रामीणों ने खेलों का आयोजन नहीं हो पाने के लिए राज्य सरकार और सुप्रीम कोर्ट दोनों पर आरोप लगाये। एक आयोजक मुथुपंडी ने कहा, किसी को परंपरा निभाने के लिए किसी अदालत से अनुमति की कोई जरूरत नहीं है। इसी बीच पोंगल के दौरान जल्लीकट्टू के सुचारू आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए चेन्नई में युवा संगठनों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रकट किया। सुप्रीम कोर्ट ने पोंगल से पहले जल्लीकट्टू पर फैसला सुनाने की मांग को लेकर दायर याचिका को बुधवार को खारिज कर दिया था। पुलिस ने बताया कि नाम तमीजार काची के 28 कार्यकर्ताओं को जल्लीकट्टू के आयोजन के लिए बुधवार को तटीय कुड्डालोर शहर से गिरफ्तार किया गया।