मुंबई, सुस्त पड़ रही अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से सरकार द्वारा की गयी राहत घोषणाओं के बल पर बीते सप्ताह में तेजी दर्ज की गयी लेकिन अगले सप्ताह फिर से शेयर बाजार में तीव्र गिरावट की आशंका जतायी जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इससे पिछले सप्ताह में बाजार बंद होने के बाद आर्थिक राहत की घोषणायें की गयी थी जिसका असर बाजार पर बीते सप्ताह दिखा जब सेंसेक्स 37 हजार अंक और निफ्टी 11 हजार अंक के स्तर को पार कर बंद हाेने में सफल रहा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत अर्थात 631.63 अंक बढ़कर 37332.79 अंक पर रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) का निफ्टी 1.79 प्रतिशत अर्थात 193.9 अंक चढ़कर 11023.25 अंक पर रहा। बीएसई का मिडकैप 2.01 प्रतिशत बढ़कर 13467.55 अंक पर और स्मॉलकैप 2.86 प्रतिशत उठकर 12534.7 अंक पर रहा।
विश्लेषकों का कहना है कि आर्थिक राहत की घोषणाओं से बीते सप्ताह बाजार में लिवाली रही। विदेशी निवेशकों के साथ ही घरेलू निवेशकों पर लगाये गये आयकर अभिभार को वापस लेने से भी निवेशकों में उत्साह दिखा था। लेेकिन चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक विकास के घटकर पांच प्रतिशत पर आने से निवेशकों की चिंतायें बढ़ गयी है और अगले सप्ताह बाजार में एकबार फिर से भारी बिकवाली दिख सकती है। इसलिए छोटे निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
उनका कहना है कि हालांकि 10 सरकारी बैंकों का विलय पर चार बड़े बैंक बनाने के सरकार के निर्णय का असर भी बाजार पर दिख सकता है। इससे बैंकिग समूह के शेयरों में तेजी आ सकती है लेकिन अर्थव्यवस्था में सुस्ती के कारण गिरावट देखी जा सकती है।