देहरादून, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि शांति विरोधी ताकतों द्वारा जम्मू-कश्मीर में युवाओं को गलत सूचना दी जा रही है और गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को इसका मुकाबला करने के लिए उपाय तलाशने होंगे।उन्होंने कहा कि कश्मीर में महिलाओं को उपद्रवी ढाल बना लेते हैं, ऐसे में सेना को महिला जवानों की जरूरत है।
रावत ने कहा कि सेना में महिला अधिकारी के तौर पर काम कर रही हैं, लेकिन हाल में कश्मीर में सेना को हुई मुश्किलों को देखते हुए अब महिलाओं को जवान के तौर पर भी शामिल करने की योजना है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में महिलाओं को उपद्रवी ढाल बना लेते हैं, ऐसे में सेना को महिला जवानों की जरूरत है।
वह भारतीय सैन्य अकादमी में जेंटलमेन कैडेट को संबोधित कर रहे थे। रावत ने यह भी कहा कि आतंकवाद देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है और उन्होंने कैडेटों से कहा कि वे स्थिति से निपटने के लिए खुद को तैयार करें। सेना प्रमुख ने 490 जेंटलमेन कैडेट द्वारा रंगारंग पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि यह समय था जब ये कैडेट देश की सेवा के लिए अकादमी में वीरता और सैन्य कौशल की पढ़ाई करते हैं।
खुद आईएम से पढ़ाई करने वाले सेना प्रमुख ने कहा कि अकादमी अपने कैडेट को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण देती है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक होता है। अकादमी से पढ़ाई पूरा करने वाले 490 कैडेट में 67 मित्र देशों से हैं। उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक 74, हरियाणा के 49, उत्तराखंड के 40, राजस्थान के 30, बिहार के 28 और दिल्ली के 23 कैडेट हैं।