हड़ताल से कश्मीर में जनजीवन प्रभावित, इंटरनेट सेवा हुई बंद
May 19, 2018
श्रीनगर , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू – कश्मीर यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की मांग करते हुए अलगाववादियों द्वारा बुलाई गई हड़ताल से आम जनजीवन प्रभावित हुआ। कानून – व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने कुछ क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लगाई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जम्मू – कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में ज्यादातर दुकानें , पैट्रोल पंप और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा जबकि निजी कारें , कैब और ऑटो – रिक्शा शहर के कई इलाकों में चल रहे थे। अधिकारी ने बताया कि घाटी के अन्य जिलों से भी बंद की खबरें आई हैं।
ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशीप के बैनर तले अलगाववादियों ने लोगों से बंद का पालन करने और कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने के लिए लोगों से लाल चौक तक मार्च करने को कहा है। अधिकारी ने बताया कि लाल चौक तक जाने वाली मार्च को रोकने के लिए अधिकारियों ने शहर के सात पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई है।
उन्होंने कहा कि यह निषेधाज्ञा नौहट्टा , खान्यार , रैनावाड़ी , सफाकदल और महराजगंज में लगाई गई है। वहीं मैसुमा और करालखुद क्षेत्र में भी आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों में होने वाले सभी कामकाज को निलंबित कर दिया। कश्मीर विश्वविद्यालय ने आज की सभी परीक्षाएं रद्द कर दीं।
एहतियात के तौर पर उच्च – तीव्रता वाली मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पूरी घाटी में रोक लगा दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू – कश्मीर में एशिया की सबसे लंबी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी। यह सुरंग श्रीनगर , करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री अलग – अलग कार्यक्रमों में श्रीनगर रिंग रोड और जम्मू रिंग रोड की भी आधारशिला रखेंगे।
श्रीनगर , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू – कश्मीर यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की मांग करते हुए अलगाववादियों द्वारा बुलाई गई हड़ताल से आम जनजीवन प्रभावित हुआ। कानून – व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने कुछ क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लगाई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जम्मू – कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में ज्यादातर दुकानें , पैट्रोल पंप और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा जबकि निजी कारें , कैब और ऑटो – रिक्शा शहर के कई इलाकों में चल रहे थे। अधिकारी ने बताया कि घाटी के अन्य जिलों से भी बंद की खबरें आई हैं।
ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशीप के बैनर तले अलगाववादियों ने लोगों से बंद का पालन करने और कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने के लिए लोगों से लाल चौक तक मार्च करने को कहा है। अधिकारी ने बताया कि लाल चौक तक जाने वाली मार्च को रोकने के लिए अधिकारियों ने शहर के सात पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई है।
उन्होंने कहा कि यह निषेधाज्ञा नौहट्टा , खान्यार , रैनावाड़ी , सफाकदल और महराजगंज में लगाई गई है। वहीं मैसुमा और करालखुद क्षेत्र में भी आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों में होने वाले सभी कामकाज को निलंबित कर दिया। कश्मीर विश्वविद्यालय ने आज की सभी परीक्षाएं रद्द कर दीं।
एहतियात के तौर पर उच्च – तीव्रता वाली मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पूरी घाटी में रोक लगा दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू – कश्मीर में एशिया की सबसे लंबी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी। यह सुरंग श्रीनगर , करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री अलग – अलग कार्यक्रमों में श्रीनगर रिंग रोड और जम्मू रिंग रोड की भी आधारशिला रखेंगे।